करौली. राजस्थान वित्त निगम के निदेशक कैलाश चंद्र वर्मा रविवार को करौली दौरे पर रहे. इस दौरान निदेशक ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की कोविड-19 गतिविधियों को लेकर समीक्षा बैठक ली. अधिकारियों को ग्रामों और शहरों में जाकर आमजन को संक्रमण के उपायों के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए.
निदेशक ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अधिकारी गांव-गांव ढाणी-ढाणी एवं गली मोहल्लों में जाकर लोगों को कोरोना संक्रमण के उपायों के बारे में जागरूक करें और उन्हें बताएं कि कोरोना से डरे नहीं बल्कि सचेत रहें तो निश्चित ही इस इस बीमारी से लोगों को बचाया जा सकता है. वर्मा ने कहा कि जब कोरोना राजस्थान में आया था, उस समय लोग भयभीत हो गए थे, लेकिन वो स्थिति अब नहीं है.
क्योंकि सरकार ने बेहतर प्रबंधन करके इसके संक्रमण को रोकने के उपाय किए गए हैं. आज लोगों में इतना भय नहीं है, बल्कि लोगों को इस बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए नियमों का पालन करना आवश्यक है. वैसे भी लोगों में कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता पैदा हो गई है. अब लोगों ने मास्क लगाना प्रारंभ कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि लोगों को सोशल डिस्टेंस, भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने, बार-बार हाथ धोने, बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने, मास्क का प्रयोग करने सहित गाइडलाइन के नियमों का पालन करने के लिए अधिकारियों को लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा करते हुए कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण के बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति को हीन भावना से ना देखें, बल्कि उसके उपचार में सहयोग करें. कोरोना से बचाव ही इसका उपचार है. इसके लिए निरंतर अधिकारी प्रसार-प्रचार करते रहें. बैठक में कार्यवाहक जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर ने जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के लिए किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी.