करौली. कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के देशव्यापी चक्का जाम का असर करौली जिले में भी देखने को मिला. जहां किसान और युवाओं ने एनएच 11बी हाईवे स्थित दीपपुरा गांव, करौली कॉलेज के सामने, सलेमपुर गांव और टोडाभीम सहित अन्य इलाकों में सड़क किसान बुग्गा, मोटरबाइक और सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया है.
जाम लगने से वाहनों की दोनों तरफ लंबी कतारें लग गईं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों से समझाइश की, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे. किसानों का कहना है कि जब तक तीनों किसी कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.
किसान नेता वीर सिंह मीना बताया कि कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध मे देशव्यापी चक्का जाम के तहत करौली में भी किसानों ने चक्का जाम करने का फैसला लिया है. इसी के तहत सलेमपुर, दीपपुरा, टोडाभीम सहित जिले के अन्य इलाकों में किसानों ने चक्काजाम किया है. चक्काजाम में इंमरजेंसी वाहनों को राहत दी गई है. बाकी अन्य वाहनों को निकलने नहीं दिया जा रहा है.
किसानों ने कहा कि जब तक सरकार किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक किसानों का धरना जारी रहेगा. किसानों ने मांग की है कि केन्द्र सरकार जल्दी ही तीनों कृषि कानूनों को वापस ले, वरना पूरे देश के किसान अब उग्र आंदोलन पर मजबूर होंगे. जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
इधर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए करौली डीएसपी मनराज मीना, कोतवाली थानाधिकारी दिनेश चन्द्र मीना सहित भारी पुलिस का जाप्ता मौजूद रहा. वहीं वाहनों के नहीं निकलने यात्रियों को परेशानी का सामना करना पडा.