ETV Bharat / state

करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने मांग

करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने की मांग की जा रही है. इसके लिए आज अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंत्री रमेश मीणा के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.

करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने सौंपा ज्ञापन
author img

By

Published : Jul 12, 2019, 9:10 PM IST

करौली. जिले के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने की मांग को लेकर शुक्रवार को अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.

Demand for Mandela Fort to be included in tourist destination
करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने सौंपा ज्ञापन

अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष राज भारद्वाज ने बताया कि करौली जिले के मंडरायल कस्बे के अंतर्गत प्राचीन किला बेहाल पड़ा हुआ है. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद किले पर शासन और प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. वहीं, कस्बेवासियों ने बताया कि करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थलों में शुमार किया जाए, जिससे देश-विदेश के सैलानी यहां घूमने आएं. इससे मंडरायल तहसील के विकास को एक नई दिशा मिलेगी. साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.

स्थानीय निवासियों का कहना है कि मंडरायल किले का इतिहास बहुत पुराना है. अगर किले को पर्यटन स्थलों में शामिल किया जाए तो निश्चित ही जिले का विकास होगा. खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री से मांग है कि मंडरायल किले को पर्यटन स्थल शामिल करें, जिससे जिले को विकास की नई दिशा मिल सके.

करौली. जिले के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने की मांग को लेकर शुक्रवार को अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.

Demand for Mandela Fort to be included in tourist destination
करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने सौंपा ज्ञापन

अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष राज भारद्वाज ने बताया कि करौली जिले के मंडरायल कस्बे के अंतर्गत प्राचीन किला बेहाल पड़ा हुआ है. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद किले पर शासन और प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. वहीं, कस्बेवासियों ने बताया कि करौली के मंडरायल किले को पर्यटन स्थलों में शुमार किया जाए, जिससे देश-विदेश के सैलानी यहां घूमने आएं. इससे मंडरायल तहसील के विकास को एक नई दिशा मिलेगी. साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.

स्थानीय निवासियों का कहना है कि मंडरायल किले का इतिहास बहुत पुराना है. अगर किले को पर्यटन स्थलों में शामिल किया जाए तो निश्चित ही जिले का विकास होगा. खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री से मांग है कि मंडरायल किले को पर्यटन स्थल शामिल करें, जिससे जिले को विकास की नई दिशा मिल सके.

Intro:करौली के मण्डरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीना के नाम तहसीलदार ज्ञापन सौंपा....



Body:

मण्डरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने के लिए मंत्री रमेश मीणा से की मांग,


करौली


करौली के मण्डरायल किले को पर्यटन स्थल में शामिल करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीना के नाम तहसीलदार ज्ञापन सौंपा....


अखिल भारतीय उपभोक्ता कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष राज भारद्वाज ने बताया की करौली जिले के मण्डरायल कस्बे के अंतर्गत प्राचीन किला बेहाल पड़ा हुआ है.... राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के बाबजूद भी किले पर शासन व प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है... खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री को ज्ञापन के माध्यम से इस बारे शुक्रवार को तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया है.... कस्बेवासियों ने बताया की करौली के मण्डरायल किले को पर्यटन स्थलों में शुमार किया जाए... जिससे देश विदेश के सैलानी यहाँ घूमने आए... जिससे मंडरायल तहसील के विकास को एक नई दिशा मिलेगी... साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे...

स्थानीय निवासी का कहना है की मण्डरायल किले का इतिहास बहुत पुराना है.. अगर किले को पर्यटन स्थलों में शामिल किया जाए तो निश्चित ही जिले का विकास होगा.. हम खाद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री से मांग करते है की मण्डरायल किले को पर्यटन स्थल शामिल करें.. जिससे जिले को विकास की नई धारा मिलेगी..


वाईट-------स्थानीय निवासी





Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.