करौली. करौली विधानसभा में अभी ना तो कांग्रेस ने अपना कोई प्रत्याशी घोषित किया और ना ही भाजपा ने. फिर भी टिकट कटने के डर से पहले ही राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है. ऐसे में मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं राजस्थान वित्त आयोग के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह गुर्जर ने बगावती तौर दिखाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
दर्शन सिंह गुर्जर ने प्रेसवार्ता में कहा कि मुझे कांग्रेस आलाकमान और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर पूरा विश्वास है कि मेरा टिकट नहीं कटेगा. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया, तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. दर्शन सिंह गुर्जर ने कहा कि मेरे पिताजी स्वर्गीय हंसराम सिंह गुर्जर 1977 से कांग्रेस के साथ रहे हैं और कांग्रेस से विधायक भी रहे. भाजपा से टिकट मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि पहला प्रयास तो यही रहेगा कि कांग्रेस से टिकट मिले और कांग्रेस के सिंबल पर विधायक का चुनाव लड़ूं और रिकॉर्ड जीत दर्ज कर कांग्रेस की रिपीट सरकार में भागीदार बनूं. कांग्रेस से टिकट नहीं मिला, तो निर्दलीय चुनाव लडूंगा.
बता दें कि दर्शन सिंह गुर्जर सन 2013 में कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़े थे और जीत दर्ज की थी. उसके बाद कांग्रेस ने एक बार फिर उन पर दांव खेलते हुए सन 2018 में अपना प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक लाखन सिंह ने उनको 9562 मतों के अंतर से शिकस्त दी. दर्शन सिंह गुर्जर सचिन पायलट गुट के माने जाते हैं. जब सीएम गहलोत ने राजनीति नियुक्तियां दी थीं, तब दर्शन सिंह गुर्जर को ओबीसी वित्त आयोग का उपाध्यक्ष भी नियुक्त किया है.