करौली. देश सहित पूरे प्रदेश में बाबा साहेब की जयंती पर उनको याद किया गया. जगह-जगह उनकी याद में कार्यक्रम आयोजित हुए. लेकिन इस बीच राजस्थान से एक कांग्रेस विधायक के विवादित बोल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है. जिसमें वो विवादित बयान देते नजर आ रहे है.
बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो करौली का है. जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के दिन रविवार को टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र में एत कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें कांग्रेस विधायक पीआर मीणा ने विवादित बयान दिया. जानकारी के मुताबिक विधायक मीणा ने मोहनपुरा गांव की बैरवा बस्ती में आयोजित अंबेडकर जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज वे कुछ भी हैं तो भीमराव अंबेडकर की वजह से हैं. अगर अंबेडकर नहीं होते तो सवर्ण लोग एससी, एसटी के लोगों को घुसने नहीं देते.
साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू है. इसके बाद भी विधायक मीणा ने मंच से 1 लाख 11 हजार रूपए दिए जाने की घोषणा की. जैसा की वायरल वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है. विधायक ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को अपना साथी बताते हुए उनकी ओर से 31 हजार रूपए दिए जाने की भी घोषणा की.
वायरल वीडियो में मोहनपुरा गांव की बैरवा बस्ती में अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेसी विधायक पीआर मीणा ने कहा कि अपन सभी भीम हैं. एससी और एसटी के सभी लोग भीम के ही अनुयायी हैं. उन्होंने कहा कि भीमराव नहीं होते तो मीणाओं को रिजर्वेशन नहीं मिलता. विधायक मीणा ने कहा कि उन्होंने आज जो सफेद कपड़े पहन रखे हैं, ये भीमराव की ही देन हैं. उन्हीं के कारण आज अधिकारों की मांग कर लेते हैं. यहीं नहीं विधायक मीणा ने यहां तक कह डाला कि सवर्ण तो उन्हें कहीं घुसने नहीं देते. ठाकुरों का ही राज होता. साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से कहा कि आज के ठाकुर तो तुम बन सकते हों, बशर्ते तुम अपनी शक्ति का उपयोग करो.
आचार संहिता की उड़ाई धज्जियां
विधायक पीआर मीणा ने अपने संबोधन में अंबेडकर जयंती के नाम से एक समिति बनाने की घोषणा की. जिसके लिए अपनी ओर से एक लाख 11 हजार रूपए दिए जाने की घोषणा की. इसके अलावा कार्यक्रम में उपस्थित अपने साथी टोडाभीम नगर पालिका के ईओ की ओर से 31 हजार रूपए दिए जाने की घोषणा की.