करौली. अच्छी बारिश से प्रदेश के कई बांधों के गेट खुलने के कगार पर है तो वहीं कोटा बैराज का पानी भी छोड़ा जा चुका है. लेकिन बैराज का पानी छोड़ना करौली जिले के मंडरायल क्षेत्र के लोगों को मंहगा पड़ गया जब स्थानीय लोगों के घरों में पानी घुस गया. जिले के मंडरायल-करणपुर इलाके के कई गांव पानी से घिर गये है. प्रशासन ने पानी से घिरे गांवों के लोगों को एनडीआरएफ सिविल डिफेंस की टीम की मदद से सुरक्षित स्थान पर पहुचाया हैं जहां उनके खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है. प्रशासन के अधिकारी मोके पर रहकर निगरानी बनाये हुऐ है.
पिछले दो दिन से कोटा के चम्बल नदी से छोडे़ गए पानी की करौली के मंडरायल और करणपुर में की नदी में जबरदस्त आवक हो रही है. शुक्रवार को चम्बल बैराज के खोले गए 16 गेटों से चम्बल नदी उफान पर आ गई. जिससे इलाके के मल्हापुरा, बंधवारा, गोटा, कैमकच्छ, बूढीन, टोडी सहित आधा दर्जन से अधिक गांव पानी मे घिर गये, जिससे लोगों मे अफरा-तफरी मच गई.
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सुचना पर प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और करौली से एनडीआरएफ सिविल डिफेंस की टीम बुलाकर पानी से घिरे लोगों को बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. प्रशासन ने लोगों के खाने-पीने और ठहरने की भी व्यवस्था की है, जिससे लोगों को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. वहीं आसपास के इलाके में भी लोगों को अलर्ट जारी किया गया है.
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एसडीएम रामचंद्र मीणा ने बताया की चंबल नदी के आसपास बसे गांव के लोगों को प्रशासन की ओर से सुबह 3 बजे से ऑपरेशन अभियान जारी किया जिसमें लगभग तीन सौ से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया है. लोगों को मंडरायल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रशासन द्वारा खाने-पीने रहने की व्यवस्था गई है. मौके पर एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस की टीमें निगरानी रखे हुऐ है. लोगों को अलर्ट जारी कर पानी से सावचेत रहने की अपील की है.