करौली. करणपुर इलाके के डंगरिया गांव के पास पशु चराने गए पशुपालक को मगरमच्छ खींचकर चंबल नदी में ले गया था. जिसके कुछ अवशेष 24 घंटे बाद शनिवार को करौली से पहुंची सिविल डिफेंस टीम के सर्च अभियान में मिले हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा भी घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना देने के साथ हर संभव मदद का भरोसा दिया. इस दौरान मंत्री ने मेडिकल बोर्ड से पशुपालक के मिले अवशेषों का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार की क्रिया संपन्न करवाई.
इस दौरान मंत्री रमेश मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और संबधित मंत्री से फोन पर वार्ता कर घटना की जानकारी दी. साथ ही चंबल नदी में मौजूद 1 दर्जन से अधिक मगरमच्छ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यहां कुछ मगरमच्छ आदमखोर हो गए हैं. इनको पकड़ कर अन्यत्र छुड़वाया जाए. वहीं मंत्री ने सरकार से पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता दिलवाने का भरोसा दिया. दरअसल पशुपालक सरवन कोली निवासी डंगरिया करणपुर शुक्रवार को चंबल नदी के डंगरिया खांचे घटा के पास अपने पशुओं को चरा रहा था. तभी प्यास लगने पर पानी पीने के लिए चंबल नदी के किनारे गया, तो एक मगरमच्छ ने पशुपालक को अपने जबड़े में पकड़कर नदी में खींच कर ले गया.
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इसके बाद पशुपालक चिल्लाया भी और बचने का प्रयास किया, लेकिन मगरमच्छ गहरे पानी में लेकर चला गया. जिसकी सूचना मिलने के बाद ग्रामीण और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और अपने स्तर पर पशुपालक को ढूंढने का प्रयास किया. लेकिन पशुपालक नहीं मिल पाया. जिसके बाद करौली से सिविल डिफेंस टीम मौके पर पहुंची और सर्च अभियान चलाया. शनिवार को पशुपालक के शरीर के कुछ हिस्से ही सिविल डिफेंस टीम को मिल पाए. वहीं मंत्री रमेश मीणा ने घटनास्थल पर पहुंचकर चंबल नदी का निरीक्षण किया और पीड़ित परिजनों के पास पहुंच कर उनको ढा़ढस बंधाया.