करौली/ कुचामन सिटी/ बाड़मेर. राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने गुरुवार को प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी है. इस सूची में 58 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है. भाजपा की ओर से जारी सूची में पार्टी ने एक दिन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले दर्शन सिंह गुर्जर पर दांव लगाया है. वहीं, डीडवाना से जितेंद्र सिंह जोधा को दूसरी बार प्रत्याशी बनाया है, जबकि गुड़ामालानी सीट से के.के विश्नोई को मैदान में उतारा है.
दर्शन सिंह को करौली से दिया टिकटः भाजपा ने कांग्रेस से बागी हुए पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर को करौली विधानसभा सीट से टिकट दिया है. दर्शन सिंह को टिकट मिलने के साथ ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई. वहीं, दर्शन सिंह के भाई भरत सिंह ने कहा कि आज मुझे एवं परिवार को घर वापसी पर बहुत खुशी हुई है. उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है. भरतसिंह ने कहा कि शुरू से ही हमारा परिवार भाजपा की रिती नीती पर विश्वास करता है. बाद में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने पर दर्शन गुर्जर कांग्रेस में शामिल हो गया और 2013 मे करौली से विधायक भी रहे हैं. आपको बता दें कि कांग्रेस ने लाखन सिंह मीना को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, बसपा से रविंद्र मीना चुनावी मैदान मे हैं. इसके बाद अब भाजपा ने दर्शन को टिकट देकर करौली विधानसभा चुनाव को रोमांचक बना दिया है.
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डीडवाना से जितेंद्र सिंह बने उम्मीदवारः भाजपा ने प्रत्याशियों की तीसरी सूची में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री यूनुस खान की डीडवाना से टिकट काट दी है. यह लगातार दूसरा मौका है जब भाजपा ने यूनुस खान को डीडवाना से उम्मीदवार नहीं बनाया है, बल्कि 2018 के प्रत्याशी जितेंद्र सिंह जोधा पर ही दूसरी बार भरोसा जताया है. जितेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने पर समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं खुशी है, जबकि पूर्व मंत्री यूनुस खान के समर्थकों में मायूसी छा गई है. बता दें कि पूर्व मंत्री यूनुस खान डीडवाना से भाजपा की टिकट के प्रबल दावेदार थे. युनूस खान डीडवाना से चार बार भाजपा के प्रत्याशी रह चुके हैं. पिछले चुनाव में उन्हें टोंक में सचिन पायलट के सामने चुनाव मैदान में उतारा गया था, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
गुड़ामालानी से केके विश्नोई पर दांवः भाजपा ने तीसरी सूची में गुड़ामालानी सीट पर पूर्व विधायक लादूराम बिश्नोई के बेटे के. के. विश्नोई को उम्मीदवार घोषित किया है. सूची जारी होने के बाद के. के. बिश्नोई के समर्थकों ने खुशी जताई. के.के बिश्नोई संगठन में प्रदेश मंत्री समेत विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं. मारवाड़ की गुड़ामालानी सीट कांग्रेस की सबसे मजबूत सीट मानी जाती है. यहां से कांग्रेस के नेता हेमाराम चौधरी छह बार विधायक चुने गए, हालांकि इस बार उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. हेमाराम चौधरी को मनाने के साथ ही कांग्रेस पार्टी नए चेहरे की भी तलाश में जुटी हुई है. गुड़ामालानी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने 12 बार जीत हासिल की है. भाजपा ने साल 2013 में पहली बार जीत हासिल की थी, उस दौरान लादूराम विश्नोई विजयी हुए थे. हालांकि 2018 में कांग्रेस इस सीट पर कब्जा जमाने मे कामयाब रही.
भाजपा-कांग्रेस ने इतनी सीटों पर घोषित किए प्रत्याशीः भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिले की सात विधानसभा सीटों में से चार पर उम्मीदवार घोषित किए गए हैं. बाड़मेर ,शिव और पचपदरा सीट पर अब तक उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने गुड़ामालानी को छोड़कर जिले की सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं.