करौली. जिला अस्पताल से मातृ शिशु ईकाई अस्पताल को 7 किमी दूर मंडरायल रोड के नवीन जिला अस्पताल भवन में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन खस्ताहाल सड़क और गहरे गड्ढे नवजातों और प्रसूताओं की जान की आफत बने हुए हैं. यहां तक की इस नवीन भवन पर आवागमन के लिए यातायात के साधनों का भी कोई इंतजाम नहीं है. इसके बावजूद भी गरीब और मध्यम तबके के लोग अपनी गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए इस मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं.
राहगीरों का कहना है की कई बार प्रशासन के अधिकारियों से लेकर मंत्री तक को सड़क की जर्जर और दयनीय हालात से अवगत करा दिया है, लेकिन उनके जू तक नहीं रेंगती है. डिलीवरी के समय महिलाओं को ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार तो स्थिति यह हो जाती है कि रास्ते में ही डिलीवरी हो जाती है.
पढे़ं- जयपुर: चयन समिति की बैठक में लगी मुहर, अब जिलों में की जाएगी अधिकृत घोषणा
बरसात के समय में तो हालात यह हो जाते हैं कि सड़क पर से पैदल निकलना भी दुश्वार हो जाता है. ऐसे में कई बार चिकित्सा कर्मी सहित आने जाने वाले राहगीर भी चोटिल हो गए हैं. जिला कलेक्टर डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया की सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जल्दी ही सड़क की हालत सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. जल्दी ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू कराकर सड़क की हालत को सुधारा जाएगा.