करौली. राजस्थान आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में जिला मुख्यालय पर मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सड़क पर उतर आईं और गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आक्रोश रैली (Aakrosh rally by Anganwadi workers for demands) निकाली. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपकर शीघ्र समस्या समाधान की मांग रखी. मांग पूरी नहीं होने पर 16 दिसंबर को विधानसभा घेराव की चेतावनी दी है.
राजस्थान आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ की प्रदेश महामंत्री राधा शर्मा, संरक्षक हेमलता शर्मा, मनीषा शर्मा, अलका शर्मा आदि ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्या काफी समय से लंबित हैं. सरकार को बार-बार समस्या बताने के बाद भी कोई हल नहीं हो पा रहा है. सरकार आंगनबाड़ियों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है. इसी के चलते आज आक्रोश रैली निकाली गई. जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री से शीघ्र समस्या समाधान की मांग की गई. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि 1 से 5 दिसंबर तक आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का भी निर्णय लिया गया है.
यह है आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य मांगे: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपकर बताया कि वर्तमान में पोषाहार सही नहीं है. इसे पूर्व की भांति मातृ समिति से दिलवाया जाए. मानदेय समय पर जमा नहीं हो रहा है. समय पर मानदेय, भवन किराया, टीए, डीए, पोषाहार दिया जाए. पैकिंग खर्चों PMY की प्रोत्साहन राशि का भुगतान करवाया जाए. पूर्व के 2019 से 2020 के स्वयं सहायता समूह पोषाहार का भुगतान करवाया जाए.
विभाग के आदेश के बावजूद फलेक्सी फण्ड की राशि जमा नहीं हुई है, इसे शीघ्र जमा करवाया जाए. जो आंगनबाड़ी कर्मी रिटायर हुए हैं, उनको 5 लाख रुपए एकमुश्त व 5000 रुपए प्रतिमाह दिये जाएं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि हमारी यह मांगें अगर सरकार शीघ्र ही पूरी नहीं करती हैं, तो 16 दिसंबर को विधानसभा का घेराव किया जाएगा. इस दौरान सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रही.