करौली. जिले में बीते दिन जमकर बारिश हई, जिसके चलते उरदैन ग्राम पंचायत के गांव बाड़ा खिलचीपुर में 300 साल पुराना ठाकुरजी का मंदिर धराशायी हो गया है. मंदिर के धराशायी होने से ठाकुर जी को अब खुले आसमान में अपनी शरण लेनी पड़ रही है. ठाकुर जी के मंदिर को द्वारा बनवाने के लिए मंदिर के महंत ने सरकार से गुहार लगाई है.
मंदिर महंत राधेश्याम ने बताया कि यह मन्दिर पूर्व से ही जीर्ण शीर्ण अवस्था में था, जो बरसात आने से पूर्णतः ध्वस्त हो गया है. गनीमत यह रही कि मंदिर के धराशायी होते समय मंदिर में कोई नहीं था, जिससे बड़ा हादसा होने से भी टल गया. घटना से कुछ समय पहले पुजारी परिवार भी मंदिर में सो रहा था.
भगवान की सद्बुद्धि से तेज बरसात आने की आशंका से यह परिवार बाहर बनी पाटोरपोश में चला गया. इतने में ही तेज धड़ाम की आवाज आई और संपूर्ण मंदिर धराशायी हो गया. मंहत ने कहा कि आज तखत के ऊपर खुले आसमान में ठाकुर जी एवं महादेव जी की मूर्तियां रखी हुई हैं.
उन्होंने कहा कि आथिर्क तंगी के चलते मंदिर निर्माण करवाने मे पुजारी परिवार असमर्थ हैं. इसलिए क्षेत्र के सभी लोगों से मंदिर महंत ने मंदिर के दोबारा निर्माण के लिए जन सहयोग की गुहार लाने के साथ ही सरकार और देव स्थान विभाग से इस प्राचीन ठाकुरजी मंदिर के दोबारा से निर्माण मांग की है. मंदिर महंत ने आसपास के गांव के लोगों से भी अपील की है कि भगवान के इस कार्य में जन सहयोग के लिए आगे आएं, जिससे यह मंदिर शीघ्र अति शीघ्र बनकर तैयार हो सके.