जोधपुर. जिला पुलिस कमिश्नर के झंवर थाना इलाके में देवासी जाति के एक परिवार को समाज के पंच सरपंचों ने समाज से बहिष्कृत कर दिया है. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि परिवार की बेटी ने समाज के द्वारा बनाए गए नियमों की अवहेलना करते हुए शादी कर ली है. पीड़ित परिवार के खिलाफ गांव के पंचों ने फरमान निकाला है और अर्थदंड के रूप में 11 लाख रुपए देने की मांग की.
11 लाख की बारी भरकम रकम नहीं देने पर पंचों ने पीड़ित परिवार को समाज से बाहर निकाल दिया. साथ ही कुछ दिन पहले जब परिवार के मुखिया की मां का देहांत हुआ तो दाह संस्कार के लिए श्मशान की भूमि तक नहीं दी गई. पीड़ित परिवार ने अब कोर्ट की शरण ली है और कोर्ट के जरिए इस्तगासा पेश कर पंचों के खिलाफ झंवर थाना पुलिस थाने में इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है.
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झंवर थाना अधिकारी ने बताया कि झंवर निवासी बाला राम देवासी ने रिपोर्ट दी है और उसमें बताया कि उसकी बेटी ने कुछ समय पहले पति से अनबन के चलते दूसरी शादी कर ली थी. यह बात समाज के पंचों को सही नहीं लगी. तब पंच चुनाराम, खरताराम, कानाराम सहित अन्य कुल 7 पंचों ने पंचायत कर उसे बुलाया और बेटी द्वारा की गई दूसरी शादी के बदले 11 लाख का अर्थदंड लगाया. साथ ही समाज में शामिल होने को लेकर 11 लाख रुपए अर्थदंड भरने की बात कही.
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सात पंच के खिलाफ मामला दर्ज-
रिपोर्ट में पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि अर्थदंड नहीं भरने पर उसे और उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत करने के साथ ही हुक्का पानी भी बंद कर दिया गया है. पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि गत 6 अगस्त को पीड़ित की मां का देहांत हो गया था और देहांत के बाद परिवार के लोग दाह संस्कार के लिए समाज की श्मशान भूमि पर गए थे लेकिन वहां पर भी समाज के पंचों ने अंतिम संस्कार नहीं करने दिया. फिलहाल झंवर थाना पुलिस 7 पंचों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.