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Jodhpur Cylinder Blast Case: भूंगरा में पीड़ा की पराकाष्ठा, अब तक 32 की मौत, अब भी श्मशान में सुलग रही मातमी आग - Jodhpur Cylinder Blast

जोधपुर सिलेंडर हादसे में अब तक 32 लोगों की मौत हो (Jodhpur Cylinder Blast) चुकी है तो 17 अब भी इलाजरत हैं और 8 की हालत नाजुक बनी है. इस हादसे को भले ही कई दिन बीत गए हो, लेकिन मौतों का सिलसिला अब भी जारी है. गांव में मातमी आलम यह है कि हर रोज ग्रामीणों को एक न एक शव को कंधा देना पड़ता है...

Jodhpur Cylinder Blast
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Published : Dec 16, 2022, 6:49 PM IST

Updated : Dec 17, 2022, 12:00 AM IST

जोधपुर. शेरगढ़ के भूंगरा में हुई त्रासदी की विभिषिका का (Jodhpur Cylinder Blast) असर यह है कि रोजाना अस्पताल में इलाज करवा रहे घायलों में से किसी न किसी की मौत हो रही है. जिसके चलते गांव में हर दिन लोगों को शवों को कांधा देना पड़ रहा है. शुक्रवार सुबह 50 वर्षीय सुगनकंवर की मौत के साथ ही मरने वालों की संख्या 32 हो गई. वहीं, यहां के श्मशान में चिताओं की आग ठंडी ही नहीं हो रही हैं. सगतसिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह के विवाह में हुए हादसे के बाद से ही यह क्रम लगातार जारी है. सगतसिंह का बड़ा बेटा सांगसिह खुद अपने माता- पिता के अलावा अपने दो बच्चों को कांधा दे चुके हैं. फिलहाल वो गांव में ही हैं, जहां वो हर दिन आने वाले शवों को कांधा देते हैं.

वर्तमान में उनकी पत्नी पूनम भी अस्पताल में भर्ती है. गुरुवार को (32 killed in Jodhpur inccident) बहन रसाल कंवर ने दम तोड़ दिया. हालांकि, उनका शव भी एमजीएच मोर्चरी में अन्य शवों के साथ ही विशेष मुआवजे की मांग के चलते रखा है. वहीं, दूल्हा सुरेंद्र सिंह समेत कुल 17 लोगों का फिलहाल अस्पताल में उपचार चल रहा है. जिसमें से 8 की हालत नाजुक है और उन्हें आईसीयू में रखा गया है.

इसे भी पढ़ें - Jodhpur Cylinder Blast Case: शेरगढ़ हादसा, मृतकों की संख्या बढ़ी...दूल्हे के माता-पिता समेत अब तक 22 की गई जान

एक ही परिवार में 6 की मौत: इस हादसे में सगतसिंह के पड़ोसी के परिवार में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. पड़ोसी जमना कंवर, तीन पौत्रियां प्रकाश कंवर, पूनम कंवर, धापू कंवर, बहू सुगन कंवर के साथ ही पत्नी नरपतसिंह व परिवार के मासूम अर्जुनसिंह की मौत हो चुकी हैं. इसी तरह से हादसे में एक विधवा मां की दो बेटियों की भी मौत हो गई है.

धरना जारी... हादसे में मरने वालों के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अतिरिक्त चिरंजीवी योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपए भी दिए जाएंगे. लेकिन (Shergarh Gas Cylinder Blast Case) समाज के लोग प्रत्येक मृतक के लिए पचास लाख की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. एमजीएच मोर्चरी के बाहर अभी यह धरना जारी है. गुरुवार के बाद शुक्रवार को हुई पांच मौतों के शव भी अभी नहीं उठाए गए हैं.

अब तक हुई 32 की मौत: 1.चंद्र कंवर 2.धापू कंवर , 3.ध्रुव, 4.कंवरू कंवर , 5.कविराज सिंह , 6.प्रकाश, 7.सज्जन कंवर, 8.सुआ कंवर, 9.पूनम, 10.सुरेंद्र सिंह, 11.लोकेंद्र सिंह, 12.गवरी कंवर, 13.जमना कंवर, 14 जसू कंवर 15 किरण, 16 धापू कंवर, 17 दिलीप कुमार, 18 सगत सिंह, 19 आयदान, 20.सुगन कंवर, 21. सूरज कंवर, 22 डिंपल, 23 दुर्ग सिंह, 24 अर्जुन सिंह, 25 गोविंद सिंह, 26 अंची कंवर, 27 रसाल कंवर, 28 सुगन कंवर, 29 धापू कंवर, 30 खुशबू, 31 महेंद्र पाल एवं 32. सुगन कंवर की इस हादसे में मृत्यु हो चुकी है. जबकि छह मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई है.

जोधपुर. शेरगढ़ के भूंगरा में हुई त्रासदी की विभिषिका का (Jodhpur Cylinder Blast) असर यह है कि रोजाना अस्पताल में इलाज करवा रहे घायलों में से किसी न किसी की मौत हो रही है. जिसके चलते गांव में हर दिन लोगों को शवों को कांधा देना पड़ रहा है. शुक्रवार सुबह 50 वर्षीय सुगनकंवर की मौत के साथ ही मरने वालों की संख्या 32 हो गई. वहीं, यहां के श्मशान में चिताओं की आग ठंडी ही नहीं हो रही हैं. सगतसिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह के विवाह में हुए हादसे के बाद से ही यह क्रम लगातार जारी है. सगतसिंह का बड़ा बेटा सांगसिह खुद अपने माता- पिता के अलावा अपने दो बच्चों को कांधा दे चुके हैं. फिलहाल वो गांव में ही हैं, जहां वो हर दिन आने वाले शवों को कांधा देते हैं.

वर्तमान में उनकी पत्नी पूनम भी अस्पताल में भर्ती है. गुरुवार को (32 killed in Jodhpur inccident) बहन रसाल कंवर ने दम तोड़ दिया. हालांकि, उनका शव भी एमजीएच मोर्चरी में अन्य शवों के साथ ही विशेष मुआवजे की मांग के चलते रखा है. वहीं, दूल्हा सुरेंद्र सिंह समेत कुल 17 लोगों का फिलहाल अस्पताल में उपचार चल रहा है. जिसमें से 8 की हालत नाजुक है और उन्हें आईसीयू में रखा गया है.

इसे भी पढ़ें - Jodhpur Cylinder Blast Case: शेरगढ़ हादसा, मृतकों की संख्या बढ़ी...दूल्हे के माता-पिता समेत अब तक 22 की गई जान

एक ही परिवार में 6 की मौत: इस हादसे में सगतसिंह के पड़ोसी के परिवार में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. पड़ोसी जमना कंवर, तीन पौत्रियां प्रकाश कंवर, पूनम कंवर, धापू कंवर, बहू सुगन कंवर के साथ ही पत्नी नरपतसिंह व परिवार के मासूम अर्जुनसिंह की मौत हो चुकी हैं. इसी तरह से हादसे में एक विधवा मां की दो बेटियों की भी मौत हो गई है.

धरना जारी... हादसे में मरने वालों के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अतिरिक्त चिरंजीवी योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपए भी दिए जाएंगे. लेकिन (Shergarh Gas Cylinder Blast Case) समाज के लोग प्रत्येक मृतक के लिए पचास लाख की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. एमजीएच मोर्चरी के बाहर अभी यह धरना जारी है. गुरुवार के बाद शुक्रवार को हुई पांच मौतों के शव भी अभी नहीं उठाए गए हैं.

अब तक हुई 32 की मौत: 1.चंद्र कंवर 2.धापू कंवर , 3.ध्रुव, 4.कंवरू कंवर , 5.कविराज सिंह , 6.प्रकाश, 7.सज्जन कंवर, 8.सुआ कंवर, 9.पूनम, 10.सुरेंद्र सिंह, 11.लोकेंद्र सिंह, 12.गवरी कंवर, 13.जमना कंवर, 14 जसू कंवर 15 किरण, 16 धापू कंवर, 17 दिलीप कुमार, 18 सगत सिंह, 19 आयदान, 20.सुगन कंवर, 21. सूरज कंवर, 22 डिंपल, 23 दुर्ग सिंह, 24 अर्जुन सिंह, 25 गोविंद सिंह, 26 अंची कंवर, 27 रसाल कंवर, 28 सुगन कंवर, 29 धापू कंवर, 30 खुशबू, 31 महेंद्र पाल एवं 32. सुगन कंवर की इस हादसे में मृत्यु हो चुकी है. जबकि छह मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई है.

Last Updated : Dec 17, 2022, 12:00 AM IST
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