जोधपुर. थार के रेगिस्तान में पाकिस्तान से लगती सीमा के पास भारतीय वायु सेना ने अपने युद्धाभ्यास वायु शक्ति 2019 पूरा किया. करीब 20 दिन से चल रहे इस युद्धाभ्यास का शनिवार को समापन हुआ.
इस मौके पर वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की मौजूदगी में पाकिस्तान को कड़ा सन्देश देते हुए कहा कि अपनी मारक क्षमता दिखाते हुए यह बताना चाहते हैं कि हमारे वायु सैनिकों का मनोबल हमेशा ऊंचा रहता है. यदि दुश्मन जवाब देने की कोशिश करता है तो हम बता देंगे कि कैसे हम हमारे एयरबोर्न और गाइड बेस्ट एयर डिफेंस सिस्टम से उनको कैसे नेस्तनाबूद कर सकते हैं. एयर चीफ ने कहा कि हमने गगन शक्ति में बताया था कि हम कैसे लड़ सकते हैं और आज हम बता सकते रहे हैं कि हम कैसे धरातल पर स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं. हम दिखा रहे हैं कि हम कैसे कठोर तेज और अचूक हमला करने में सक्षम हैं. चाहे दिन हो या रात हो चाहे कोई भी विषम परिस्थिति हो हम बमों की वर्षा करने में सक्षम हैं.
चांधन फील्ड फायरिंग रेंज के आसमान में शनिवार को दिल-दहला देने वाली आवाजें गूंज उठीं. लड़ाकू विमानों से जमकर हुई बमबारी के शोर और मिसाइलों के जोरदार धमाकों के बीच वायुसेना के आकाशवीरों द्वारा आसमान पर कब्जा कर दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया. दुश्मन ने जैसे ही हमला किया उसके थोड़ी ही देर में वायुसेना के पायलेट्स ने आसमान में फाइटर विमानों से ऐसी घनघोर बमबारी किया कि दुश्मन के काल्पनिक ठिकाने तुरन्त मलबे के ढेर में तब्दील हो गए. यह नजारा पोकरण के चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास वायु शक्ति-2019 में नजर आया. दिन के उजाले शाम के धुंधलेपन और रात के अंधेरे में तीनों समय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने अचूक निशानों से दुश्मन के छक्के छुड़ा दिए.
दुश्मन के काल्पनिक इलाकों में तबाही का मंजर ऐसा था कि एक के बाद एक दुश्मन के ठिकाने बर्बाद हो रहे थे. कुछ ही देर में दुश्मन के इलाके में भारतीय वायुसैनिक चहल कदमी करने लगे. जांबाज भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया तो एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा, अर्द्ध सशस्त्र बल नयायाधिकरण के न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह, थलसेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत और वाइस चीफ अनिल खोसला ने उनकी हौसला अफजाई की. पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के पहुंचने का कार्यक्रम था. लेकिन बाद में उनका कार्यक्रम बदल गया. सचिन तेंदुलकर युद्धाभ्यास देखने पहुंचे. वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा सी-130 जे हरक्यूलस वायुयान से सीधा पोकरण पहुंचे. इससे इस वायुयान की छोटी हवाई पट्टी पर उतरने की क्षमताओं का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ. दक्षिण पश्चिम वायु कमान के वायु अफसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा ने वायु सेनाध्यक्ष का स्वागत किया. वायुसेना अध्यक्ष के आगमन के बाद एक काफी टेबल बुक 1971 इंडो पाक वॉर एन एरियल एकाउंट का विमोचन किया गया. प्रदर्शन की शुरुआत में तीन एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने राष्ट्रध्वज, वायुसेना और दक्षिण पश्चिमी वायु कमान के प्रतीक ध्वज के साथ ग्रैंड स्टैंड के सामने से उड़ान भरी.
इसी क्रम में जगुआर वायुयान के ग्रैंड स्टैंड की तस्वीरें लेते हुए अत्यन्त निचले स्तर पर उड़ान भरी. इसके बाद सुपरसोनिक लड़ाकू विमान मिग 29 ने तेज आवाज के साथ उड़ान भरी. हमको कम ना आंके दुश्मन वायु सेनाधयक्ष ने स्वागत भाषण में कहा कि भारतीय वायु सेना बाहरी आक्रमणों को विफल करने में पूरी तरह सक्षम है. यह अभ्यास केवल दिखावे के लिए नहीं कर रहे हैं. बल्कि दुश्मन को दिखाने के लिए कर रहे हैं की जमीन हो या हवा हम तुम्हें नहीं छोड़ेंगे. दुश्मन को पता है की आमने-सामने की लड़ाई में उन्हें हार मिलेगी. आमने-सामने की लड़ाई में हम बहुत मजबूत हैं. इस प्रदर्शन के माध्यम से हम यह बताना चाहते हैं कि हमारी वायु सेना की क्षमता को कोई भी कम आंकने की गलती नहीं करे. आर्मी चीफ विपिन रावत और मानद ग्रुप कैप्टन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
इन विमानों ने दिखाया दम
इस युद्धाभ्यास के लिए जोधपुर एयरबेस के साथ जैसलमेर उत्तरलाई, फलोदी, नाल, भटिंडा, हिंडोन, आगरा जैसे 8 एयरबेस से कुल 138 विमान एक साथ उड़ान भरकर पहुंचे. इसमें मिग 21 बायसन, मिग-27, मिग-नी, जगुआर और सुखोई एमकेआई 30 के साथ ही स्वदेश में निर्मित लड़ाकू विमान तेजस और हेलीकॉप्टर रुद्र ने भी भीषण बमबारी करते हुए प्रदर्शन किया. पायलट रहित और रिमोट से संचालित एयर क्राफ्ट हेरोन ने भी इस अभ्यास में भाग लिया. स्वदेशी तकनीक से बनी आकाश मिसाइल ने भी अपने लक्ष्य को भेदा. दुश्मन के नकली रेडार, सेना टुकड़ी, हथियारों का जखीरा और पेट्रोल पंप आदि को ध्वस्त किया गया.
गरुड़ कमांडो ने किया प्रदर्शन
इस युद्धाभ्यास में वायु सेना के गरुड़ कमांडो ने भी आतंकी हमले को विफल करने की अपनी ताकत का परिचय दिया. उन्होंने हेलीकॉप्टर से दो मंजिला भवन की छत पर उतर कर उसमें छुपे आतंकवादियों को कुछ देर में ही मार गिराया. गरुड़ कमांडो के दल ने पैराशूट से दुश्मन की जमीन पर उतरने का भी प्रदर्शन किया.
आये देशी-विदेशी मेहमान. इस युद्धाभ्यास मे ऑस्टेलिया, अमेरिका, रूस, इजरायल, ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, इटली और श्रीलंका सहित करीब 40 देशों के डेलीगेट्स ने भाग लिया.