जोधपुर. जिला पुलिस लाइन में जवानों की क्लास शुरू की गई है. यह क्लास आमजन की सहायता और सुरक्षा के लिए शुरू की गई है. इस क्लास में जोधपुर पुलिस अपने साइबर वॉरियर्स तैयार कर रही है जो लोगों के साथ बैंकिंग ठगी करने वाले साइबर अपराधियों के खिलाफ काम करेंगे. जोधपुर पुलिस कमिश्नर जोस मोहन ने यह पहल करते हुए क्लासेस शुरू करवाई हैं. इसके लिए जिन 20 पुलिस जवानों का चयन किया गया है वे ज्यादातर बीटेक, बीसीए करने के बाद कॉन्स्टेबल बने हैं.
योग्यता और तकनीकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए उन्हें साइबर वॉरियर्स बनाया जा रहा है. जवानों को जोधपुर पुलिस के अधिकारियों के अलावा बाहर के साइबर एक्सपर्ट भी गुर सिखा रहे हैं. खासतौर से बैंकिंग फ्रॉड को लेकर ज्यादा फोकस किया गया है इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करने वालों तक कैसे पहुंचा जा सके उसके तकनीकी रास्ते बताये जा रहे है जिससे यह साइबर योद्धा साइबर मामलों की गुत्थी सुलझाने में सफल हो सके. इसके अलावा जोधपुर पुलिस के साइबर वॉरियर्स सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करने के लिए सक्रिय होकर काम करेंगे.
हर तकनीकी पहलू का प्रशिक्षण...
पुलिस के अनुसार इस टीम को साइबर क्राइम करने के तरीके और उसके बाद फोन लोकेशन और सीडीआर की तकनीकी पहलू बताए जा रहे हैं. इसके अलावा डाटा को किस तरह एनालिसिस कर क्राइम की पहचान करना होगा इसके लिए ट्रैनिंग दी जा रही है. साइबर फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन के टूल्स इसके अलावा साइबर लॉ की भी जानकारी दी जा रही है. साथ ही डिजिटल एविडेन्स की उपयोगिता भी बताई जा रही है और प्रशिक्षण के बाद इनका एक टेस्ट भी लिया जाएगा.
'प्रोजेक्ट आपकी पुलिस' शुरू होगा...
जोधपुर पुलिस आयुक्तालय की वेबसाइट शुरू की जाएगी. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जोधपुर आयुक्तालय पुलिस के अकाउंट को सक्रिय कर समयबद्ध रूप से अपडेट किया जाएगा. सोशल मीडिया के जरिए मिलने वाली समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाएगा.
क्राइम रिकॉर्ड में दर्ज हुई कमी...
कोरोना महामारी के हालात के बीच सकारात्मक पहलू पुलिस के क्राइम रिकॉर्ड पर दिखाई दिया. जोधपुर आयुक्तालय में जहां वर्ष 2019 में कुल 9286 मामले दर्ज हुए थे तो वहीं वर्ष 2020 में कुल 7536 मामले दर्ज हुए. यानि इनकी संख्या में 18 प्रतिशत की गिरावट आई है. इनमें सर्वाधिक 59.3 प्रतिशत की कमी आई वाहन चोरी के मामलों में दर्ज हुई है. सड़क हादसों के ही आंकड़ों पर नजर डालें तो रोड एक्सिडेंट्स में जान गंवाने वालों की संख्या में 78.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है.
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थानों तक एक्सपर्ट पहुंचाने की तैयारी-
जोधपुर पुलिस कमिश्नर के मुताबिक कम रेट की प्रत्येक थाने में एक साइबर एक्सपर्ट जवान रहे जो इस तरह की घटना की जानकारी मिलते ही उस पर काम शुरू कर सके. शुरुआती तौर पर जो 20 साइबर वॉरियर्स यहां तैयार किए जा रहे हैं उन्हें सभी एसीपी कार्यालय मैं तैनात किया जाएगा जो संबंधित सर्किल के थानों में आने वाले साइबर क्राइम के मामले देखेंगे. इसके अलावा बाकी जवानों को जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के ईस्ट और वेस्ट जिले की साइबर सेल में तैनात किया जाएगा.