जोधपुर. भारतीय रेलवे में पूरे देश में सबसे स्वच्छ स्टेशन के रूप में जोधपुर ने अपनी पहचान रही है. लेकिन इस बार जोधपुर का नंबर वन का ताज छिन गया. इसकी बड़ी वजह यह है कि जोधपुर रेलवे प्रबंधन जोधपुर स्टेशन के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण पूरा नहीं करवा सका और इससे पहले ही सर्वेक्षण हो गया. इसके अलावा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट भी नहीं लगा पाया. जबकि जयपुर ने यह दोनों काम पूरे कर लिए थे. इसकी वजह से देश भर में इस बार जयपुर को स्वच्छ स्टेशन के रूप में पहला स्थान दिया गया.
खास बात यह भी है कि जयपुर और जोधपुर को जो अंक मिले हैं, उनमें सिर्फ 4 अंकों का फर्क है. जयपुर को जहां 931.75 अंक मिले तो जोधपुर को 927.19 अंक. इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना जबरदस्त मुकाबला बना हुआ रहा. जोधपुर को इस वर्ष ही सफाईगिरी में देशभर में प्रथम स्थान मिला. इसके अलावा जल शक्ति मंत्रालय के स्वच्छता पुरस्कार में भी जोधपुर को पहला स्थान दिया गया.
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लेकिन जोधपुर अपने 'रेलवे के स्वच्छता सर्वेक्षण' में इस बार पिछड़ गया. जोधपुर रेल के वरिष्ठ प्रवक्ता गोपाल शर्मा का कहना है, कि हम अभी भी मेरिट में बने हुए हैं और हमारा प्रयास होगा कि अगले वर्ष हम फिर नंबर वन का ताज प्राप्त करें. गौरतलब है कि रेलवे ने क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के माध्यम से स्वस्थ सर्वेक्षण करवाया था. इस बार 720 स्टेशनों को इसमें शामिल किया जबकि पिछली बार 407 स्टेशन को ही शामिल किया गया था.