जोधपुर. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी कुर्सी बचाना तो आता है, लेकिन प्रदेश के किसी अबला की इज्जत बचाना नहीं आता. रविवार को बालोतरा जाने से पहले जोधपुर सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता में पुनिया ने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में गाजी थाना में हुए दुष्कर्म कांड से लेकर बाड़मेर की घटना तक पता चलता है कि कानून व्यवस्था के कैसे हालात हैं.
बाड़मेर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संभाग में आता है उनकी जिम्मेदारी तो पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था की है लेकिन सरकार संवेदनशील नहीं है. उन्होंने एक तरीका अपना लिया है. जिसमें मुआवजा और नौकरियां दे दी जाती है. हालात ऐसे हैं कि आदमी सड़क पर सुरक्षित नहीं है और महिलाएं अपने घर पर सुरक्षित नहीं है. प्रदेश में अपराध के मुकदमों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें जब पता चला कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को लेकर बालोतरा जा रही है. इसके बाद ही सरकार ने देर रात मुआवजा देकर पोस्टमार्टम करवाया और अंतिम संस्कार भी करवाया. उन्होंने दोहराया कि मैं (पूनिया) बालोतरा जाऊंगा पीड़ित परिवार से भी मिलूंगा.
नीति एक ही है सब साथ जाएंगे
इस प्रकरण पर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी ने एक जांच समिति बनाई है. जिसमें पाली के सांसद पीपी चौधरी, जालौर के विधायक जोगेश्वर गर्ग और जोधपुर की महापौर वनिता सेठ समेत तीन सदस्य हैं. जब पूनिया से पूछा गया कि आप प्रदेश अध्यक्ष की कमेटी से अलग नीति लेकर क्यों चल रहे हैं? तो उनका कहना था कि नीति है कि पाली सांसद भी जोधपुर आएंगे और जोगेश्वर गर्ग भी आ रहे हैं हम सभी एक साथ ही पचपदरा जाएंगे.