जोधपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार रात जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अतुल भंसाली के समर्थन में भीतरी क्षेत्र झालामंड और नवचौकियां में चुनावी सभाएं की. इस दौरान शेखावत ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह चुनाव तुष्टिकरण और संतुष्टीकरण के बीच का है.
कांग्रेस सरकार ने तुष्टिकरण की नीति अपनाई : उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि किस तरह से कांग्रेस के राज में करौली, भीलवाड़ा और जोधपुर में दंगे हुए. करौली में लोगों की दुकानें जला दी गईं. जोधपुर में चाकू चले. एफआईआर दर्ज करने में, कार्रवाई करने में, यहां तक की मुआवजा देने में भी तुष्टिकरण की नीति अपनाई गई. करौली में तो पंचर निकालने वाले को तीन-तीन लाख रुपए का मुआवजा दिया गया.
जोधपुर के जालोरी गेट दंगे का जिक्र : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जोधपुर का वो दिन याद है जब मैं खुद सुनारों के बास में था. एक तरफ बहुसंख्यक समाज अपनी माताओं-बहनों की सुरक्षा में जुटा था. दूसरी तरफ पेट्रोल बम, भाले, बरछियां लिए लोग जुटे थे. सरकार ने कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के लोगों को गिरफ्तार किया, उनके खिलाफ मामले दर्ज किए. बता दें कि गत वर्ष ईद की पूर्व रात्रि को जोधपुर के जालोरी गेट पर दो समुदाय के बीच विवाद हुआ था. अगले दिन सुबह नमाज के बाद भीड़ ने भीतरी शहर में जमकर उत्पात मचाया था, जिसके बाद दस दिन तक कर्फ्यू भी लगा था.
भ्रष्टाचारियों को सजा भुगतनी पड़ेगी : शेखावत ने कहा यह हमे भूलना नहीं चाहिए कि उन लोगों ने अपना वोट बैंक सुदृढ़ करने के लिए किस तरह से बहुसंख्यक समाज को मानसिक रूप से कमजोर करने का काम किया है. तय जनता को करना है वो किसका साथ देगी? राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए शेखावत ने कहा कि 17 बार पेपर लीक कराने वाली इस सरकार ने युवाओं के सपनों को चूर-चूर किया है. भाजपा सरकार बनने पर सारे भ्रष्टाचारियों को इनके किए की सजा भुगतनी पड़ेगी. हलक में उंगली डालकर, पैसा निकालकर युवाओं को न्याय दिलाने का काम करेंगे. शेखावत ने कहा कि कहा कि पेपर लीक की घटनाओं पर कार्रवाई करने के बजाय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहाना बनाते हैं. ईडी राजस्थान आई तो हलचल हुई. इस चुनाव में इसका जवाब देना है. इससे पहले झालामंड में शेखावत की मौजूदगी में कई लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.