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जोधपुर शहर से बीजेपी के अतुल भंसाली को बीजेपी ने दिया टिकट, बोले- कांग्रेस को दंगों का जवाब जनता देगी

राजस्थान के रणभूमि में बीजेपी के लड़ाके कांग्रेस के महारथियों से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हैं.जोधपुर शहर सीट पर बीजेपी ने ओबीसी कार्ड खेलते हुए कांग्रेस के मनीषा पंवार के सामने अतुल भंसाली को मैदान में उतारा है.

Rajasthan assembly Election 2023
जोधपुर की जंग
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 3, 2023, 6:42 PM IST

जोधपुर की जंग

जोधपुर. भारतीय जनता पार्टी ने जोधपुर शहर से कांग्रेस की प्रत्याशी मनीषा पंवार के सामने एक बार फिर अतुल भंसाली को मैदान में उतारा है. टिकट मिलने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में भंसाली ने साफ शब्दों में कहा कि जोधपुर में पिछले वर्ष जो दंगे हुए थे, उसके घाव सबसे ज्यादा जोधपुर शहर के लोगों ने झेले हैं. सरकार ने हर स्तर पर तुष्टीकरण किया है. उन्होंने कहा कि जनता चुनाव में कांग्रेस को इस बार जवाब देगी.

भंसाली ने कहा कि मैं खुद दंगों का साक्षी रहा था. दूसरे दिन सरकार ने समाज विशेष के लोगों को छूट दे दी जबकि पता था कि हालात खराब हैं, लेकिन समाज विशेष के लोगों ने पूरे शहर में जो कुछ किया सबको पता है. जनता दंगों का दंश भूली नहीं है. इस बार चुनाव में जनता इसका जवाब देगी और कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर देगी.

पढ़ें:राजस्थान की वो दिग्गज नेता जो 9 बार पहुंचीं विधानसभा, लेकिन एक गलती और सियासी करियर खत्म

प्रदेश में वित्तीय अस्थिरता: पेशे से सीए भंसाली का कहना है कि सरकार जिस तरीके से योजनाओं का संचालन कर रही है, उससे प्रदेश में वित्तीय अस्थिरता पैदा हो गई है. जो राशि सरकारी कामों की थी, वे योजनाओं में चली गई है. सरकार की योजनाओं से जुड़े अस्पताल और मेडिकल स्टोर संचालकों को राशि नहीं मिल रही है. सरकारी काम करने वाले ठेकेदार को भुगतान नहीं हो रहा है.

ओबीसी को साधना चुनौती: अतुल भंसाली के काका कैलाश भंसाली दो बार जोधपुर शहर से विधायक रहे हैं. 2018 में कैलाश की जगह अतुल को टिकट दिया गया, लेकिन वो कांग्रेस के ओबीसी चेहरे मनीषा पंवार के सामने ढेर हो गए. भाजपा में भी ओबीसी के बडे़ नेता इस सीट से दावेदार थे, जिनको साथ लेकर चलना अतुल के लिए आसान नहीं होगा.

जोधपुर की जंग

जोधपुर. भारतीय जनता पार्टी ने जोधपुर शहर से कांग्रेस की प्रत्याशी मनीषा पंवार के सामने एक बार फिर अतुल भंसाली को मैदान में उतारा है. टिकट मिलने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में भंसाली ने साफ शब्दों में कहा कि जोधपुर में पिछले वर्ष जो दंगे हुए थे, उसके घाव सबसे ज्यादा जोधपुर शहर के लोगों ने झेले हैं. सरकार ने हर स्तर पर तुष्टीकरण किया है. उन्होंने कहा कि जनता चुनाव में कांग्रेस को इस बार जवाब देगी.

भंसाली ने कहा कि मैं खुद दंगों का साक्षी रहा था. दूसरे दिन सरकार ने समाज विशेष के लोगों को छूट दे दी जबकि पता था कि हालात खराब हैं, लेकिन समाज विशेष के लोगों ने पूरे शहर में जो कुछ किया सबको पता है. जनता दंगों का दंश भूली नहीं है. इस बार चुनाव में जनता इसका जवाब देगी और कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर देगी.

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प्रदेश में वित्तीय अस्थिरता: पेशे से सीए भंसाली का कहना है कि सरकार जिस तरीके से योजनाओं का संचालन कर रही है, उससे प्रदेश में वित्तीय अस्थिरता पैदा हो गई है. जो राशि सरकारी कामों की थी, वे योजनाओं में चली गई है. सरकार की योजनाओं से जुड़े अस्पताल और मेडिकल स्टोर संचालकों को राशि नहीं मिल रही है. सरकारी काम करने वाले ठेकेदार को भुगतान नहीं हो रहा है.

ओबीसी को साधना चुनौती: अतुल भंसाली के काका कैलाश भंसाली दो बार जोधपुर शहर से विधायक रहे हैं. 2018 में कैलाश की जगह अतुल को टिकट दिया गया, लेकिन वो कांग्रेस के ओबीसी चेहरे मनीषा पंवार के सामने ढेर हो गए. भाजपा में भी ओबीसी के बडे़ नेता इस सीट से दावेदार थे, जिनको साथ लेकर चलना अतुल के लिए आसान नहीं होगा.

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