जोधपुर. नागौर जिले के पांचौड़ी इलाके में 2 दलित युवकों के साथ मारपीट और एक युवक के साथ अमानवीयता के मामले में गुरुवार को विभिन्न संगठनों ने विरोध जताया. मामले में असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को दलित समाज संगठन और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया सफाई के लोगों ने जोधपुर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया गया.
जोधपुर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान दलित नेता ने बताया, कि राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद दलित समाज में यह आशा जागृत हुई थी कि सामाजिक उत्पीड़न की घटनाओं में कमी आएगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. उनका कहना है, कि ऐसा करने वालों को कानून का भी कोई डर नहीं है जिसके कारण ऐसी घटनाएं देखने को मिल रही है.
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किशन लाल ने बताया, कि मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के संबंध में जोधपुर जिला कलेक्टर के माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में दलित समाज की ओर से 5 मुख्य मांगें रखी गई हैं.
ये हैं 5 प्रमुख मांगेंः
- मामले में सभी लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए.
- पीड़ित को उचित इलाज
- पीड़ित को पुलिस सरंक्षण सहित मुआवजा दिया जाए.
- पांचौड़ी पुलिस थाने के सभी स्टाफ को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए.
- राज्य में हो रही इस प्रकार की घटनाओं पर प्रभावी तरीके से अंकुश लगाया जाए.