जोधपुर. शहर के रातानाडा थाने के पुलिसकर्मियों ने शराब पीकर वाहन चलाने के मामले में शेरगढ़ विधायक मीना कंवर के रिश्तेदार युवक को गिरफ्तार किया था, कार्रवाई के विरोध में विधायक ने थाने पहुंचकर धरना दिया था. इस मामले में अब हेड कांस्टेबल रामकेश मीणा के निलंबन के बाद राजनीति गर्मा गई है.
पुलिस ने 18 अक्टूबर को युवक को गिरफ्तार किया था. रातानाडा पुलिस और शेरगढ़ विधायक के बीच थाने में ही बहस हो गई थी. विधायक ने कहा था कि बच्चे हैं, गलती हो जाती है. इस विवाद का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. विवाद के 13 दिन बाद उपायुक्त की ओर से हेड कांस्टेबल रामकेश मीणा को निलंबित कर दिया गया. कांग्रेस ने निलंबन को जायज कदम बताया है तो भाजपा ने इसे पुलिस के मनोबल को तोड़ने वाला निर्णय करार दिया.
विधायक का वीडियो बनाना गलत था- कांग्रेस
कांग्रेस के निवर्तमान प्रदेश प्रवक्ता अजय त्रिवेदी ने कहा कि विधायक सरकार का हिस्सा होता है. उसका सम्मान करने का दायित्व सभी सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों होता है. अगर विधायक थाने गई तो उनकी बात सुननी चाहिए थी. पुलिसकर्मियों ने वही वीडियो वायरल किया जिसमें विधायक बोल रही हैं. जबकि वो वीडियो सामने नहीं आया जिसमें पुलिसकर्मी बोल रहे हैं. साथ ही विधायक का वीडियो बनाया जाना भी सही नहीं था. ऐसे में कार्रवाई उचित है.
पुलिस का काम है शराबी वाहन चालक पर कार्रवाई करना - भाजपा
वहीं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगत नारायण जोशी ने कहा कि विधायक को थाने जाने की बजाए उच्च अधिकारियों से बात करनी चाहिए थी. पुलिस का काम है शराब पिए हुए व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करना. ऐसे में पुलिस ने कार्रवाई की तो इसमें गलत क्या है?. गहलोत सरकार के राज में सत्ता का दुरुपयोग किया जा रहा है. इस तरह की कार्रवाई पुलिसकर्मियों के मनोबल को तोड़ने वाली है.
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ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि 18 अक्टूबर की रात को शेरगढ़ विधायक मीना कंवर व उनके पति उम्मेदसिंह अपने परिवार के युवक को छुडाने थाने गए थे. उक्त युवक को पुलिस ने शराब पीकर गाडी चलाने पर पकड़ा था. थाने में विधायक व पुलिसकर्मियों के बीच बहस हुई. विवाद के चलते विधायक व उनके पति थाने में धरने पर बैठ गए. जिसका पुलिसकर्मियों की ओर से वीडियो बनाया गया. रात को उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था.
अगले दिन कोर्ट से चालान जमा करवाकर गाडी छुड़वा ली गई. लेकिन शाम को वीडियो वायरल होने से मामला सार्वजनिक हो गया. जिसके बाद विधायक ने उपायुक्त को हैड कांस्टेबल के खिलाफ वीडियो वायरल करने व दुर्व्यवहार करने की शिकायत दी थी. इस मामले में 1 नवंबर को उपायुक्त ने रामकेश मीणा को निलंबित कर दिया.