जोधपुर. लूणी से तीसरी बार विधायक बने जोगाराम पटेल को भजनलाल सरकार में मंत्री बनाया गया है. 69 वर्षीय पटेल पेशे से अधिवक्ता हैं, लेकिन मूल काम किसानी है. भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में जोगाराम पटेल ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है. वहीं, पटेल के मंत्री बनने पर परिजनों ने खुशी जताई है.
जोगाराम पटेल ने राजनीति की शुरुआत निर्विरोध वार्ड पंच से की थी. विधायक का पहला चुनाव 2003 में सामाजिक न्याय मंच से लड़ा था, लेकिन नजदीकी मुकाबले में राम सिंह विश्नोई से हार गए थे. इसके बाद भाजपा ने विश्नोई के निधन के बाद हुए उपचुनाव में पटेल को उतारा, तो वे जीत कर विधानसभा पहुंचे. जोगाराम पटेल समाज की संस्थाओं से जुड़े हैं, उनकी समाज में मजबूत पकड़ मानी जाती है.
पटेल समाज को साधने के लिए मंत्री पदः पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, जालौर और सिरोही क्षेत्र में पटेल बहुतायत हैं. सांचौर से देवजी पटेल के चुनाव हारने के बाद पटेल समाज को साधने के लिए पार्टी के पास अनुभवी विश्वास पात्र चेहरा जोगाराम ही है, जो पहले संसदीय सचिव रह चुके हैं. पटेल को विधानसभा में हर समय सक्रिय रहने, विधायी कार्य में विशेष रुचि लेने, अपने क्षेत्र के जनहित के मुद्दे बार-बार उठाने के कारण कड़ी प्रतिस्पर्धा में वर्ष 2015 का सर्वश्रेष्ठ का विधायक का खिताब प्राप्त हुआ और विधानसभा में सम्मानित किया गया था.
परिजनों ने जताई खुशीः जोगाराम पटेल के मंत्री बनने पर उनके परिजनों ने खुशी जताई. साथ ही समर्थकों ने आतिशबाजी करते हुए जश्न मनाया. वहीं, जोगाराम पटेल की बेटी ने कहा कि भाजपा एकमात्र पार्टी है, जिसमें कार्यकर्ता को बड़ी से बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.
इन पदों पर रह चुके हैं पटेल :
- सदस्य राष्ट्रीय कार्य समिति किसान मोर्चा.
- वार्ड पंच ग्राम पंचायत दुंदाड़ा, पंचायत समिति लूणी,
- जिला जोधपुर के वार्ड संख्या 03 से निर्विरोध वार्ड पंच निर्वाचित.
- ग्राम पंचायत दुंदाड़ा की न्याय पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं.
- 12वीं विधानसभा में वर्ष 2005 से 2008 के बीच विधायक रहे.
- वर्ष 2006 से 2008 के बीच संसदीय सचिव रहे.
- 14वीं विधानसभा में वर्ष 2013 से 2018 तक विधायक रहे हैं.