जोधपुर. गत 27 नवंबर को शहर के माता का थान थाना क्षेत्र में एक युवक के अपहरण के मामले में युवक द्वारा खुद ही उधार चुकाने के लिए अपरहण की साजिश रचने का मामला सामने आया था. जिसमें पुलिस ने अपहृत सहित 4 जनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले में नया मोड़ आ गया है. अब अपहृत युवक ने आरोप लगाया है कि हिस्ट्रीशीटर मोंटू कंडारा की जान से मारने की धमकी के डर से उसने अपहरण के मामले का आरोप खुद पर लिया था. अपहृत हुए युवक करण जांगिड़ ने अब पुलिस में नया मामला दर्ज करवाया है.
इसमें आरोप लगाया है कि अपहरण की घटना के दिन जोधपुर का हिस्ट्रीशीटर मोंटू कंडारा भी आरोपियों में शामिल (History sheeter Montu kandara in kidnap case) था. उसे पुलिस के पीछे लगने की जानकारी मिल गई, तो उसने मारने की धमकी देते हुए कहा था कि पूरा आरोप अपने उपर लेना, नहीं तो मार कर फेंक देंगे. करण ने यह भी आरोप लगाया कि 27 नवंबर को जब सूरत से आए तीन युवकों के साथ घर लौटा, तो उससे पहले शेयर मार्केट के बकाया के लिए उससे करीब 90 लाख के चैक साइन करवाए. दस्तावेजों पर जबरदस्ती हस्ताक्षर भी करवाए थे. इसमें सूरत से आए पृथ्वीराज, फैजान और मयंक गिरी भी शामिल थे. थानाधिकारी राजूराम बामणिया ने बताया कि करण की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया है. जांच में पूरी स्थिति साफ होगी.
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मोंटू को दिया वसूली का काम: करण की पुलिस रिपोर्ट के अनुसार वह सूरत में शेयर ट्रेडिंग काम करता था. उसमें पृथ्वी सहित कई लोगों ने पैसे लगाए थे. मार्केट में नुकसान होने के बाद सभी ने चक्रवृद्धि ब्याज सहित रुपए मांगे, लेकिन करण ने देने से इनकार कर दिया. उसने 55 लाख रुपए की मूल रकम किस्तों में देने की हामी भरी थी. उसके बाद वह जोधपुर आ गया. 27 नंवबर की अलसुबह उसके पास पृथ्वी का फोन आया था कि उसका एक दोस्त जोधपुर आया है, उसे रुपए चाहिए. लेकिन करण ने पैसे नहीं होने की बात कही. तो उसने करण के खाते में रुपए जमा करवाए और दोस्त के नंबर दिए कि उसे दे देना. जब वह पृथ्वी के दोस्त फैजान को रुपए देने रेलवे स्टेशन गया, तो उसे जबरदस्ती गाड़ी में डाल दिया गया.
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मोंटू कंडारा ने जबरदस्ती दिलवाए चैक: करण के अनुसार गाड़ी में डालने के बाद गुजरात नंबर की गाड़ी में मोंटू कंडारा आया. उसने पूरा हिसाब करने की धमकी दी. करण के पैसे देने से मना करने पर उसे शहर में घूमाते रहे. इसके बाद कोर्ट ले गए. जहां चैक दिलवाए और दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए. साथ ही करण से मां को फोन करवा कर 5 लाख रुपए देने को कहा. जिस पर परिजन थाने पहुंच गए. करण के अनुसार पुलिस का पता चलते ही मोंटू कंडारा ने उसे धमकाया कि पुलिस को शामिल कर लिया, लेकिन तूझे छोडेंगे नहीं. इसके बाद पृथ्वी, फैजान व मयंक गिरी के साथ घर की तरफ आया, तो पुलिस ने पकड़ लिया.
लवली कंडारा का भाई है मोटूं: हिस्ट्रीशीटर मोंटू कंडारा पर शहर के अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं. उसके भाई हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा का गत वर्ष रातानाडा थाना पुलिस ने एंकाउंटर कर दिया था. मोंटू की शहर में अन्य बदमाशों की गैंग से भी अदावतें हैं. जिसको लेकर कई बार भिड़ चुके हैं. लेकिन इस बार लंबे समय बाद उसके खिलाफ कोई मामला पुलिस में आया है.