जोधपुर. विगत दिनों शहर के सदर बाजार थाना क्षेत्र में एक ज्वेलर्स पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने आरोपी जीजा और एक अन्य को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि आपसी लेन-देन के चलते जीजा ने अपने साले पर जानलेवा हमला करवाया था. इसके लिए उसने एक बदमाश को हायर किया था. बदमाश को तीन लाख रुपए में सुपारी दी थी. हमले से पहले और बाद में करीब पौने तीन लाख दे भी दिए. पुलिस ने इस प्रकरण में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, साथ ही एक नाबालिक को संरक्षण में लिया है.
सदर बाजार थानाधिकारी कैलाश पारीक ने बताया कि 7 अक्टूबर को घोड़े का चौक क्षेत्र में ज्वेलरी का काम करने वाले प्रवीण सोनी और उसका भाई अरविंद सोनी दुकान से घर जा रहे थे. रात को बाई जी का तालाब के पास कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया था. हमलावरों ने अरविंद को टारगेट कर मारपीट करते हुए उसके पैर तोड़ दिए और भाग गए. पुलिस ने घटना के बाद मामले की पड़ताल शुरू की. सैकड़ों कैमरों के फुटेज खंगाल इस प्रकरण में आरोपी किशन सिंह इन्दा व भोम सिंह को गिरफ्तार किया, जबकि एक नाबालिग को सरंक्षण में लिया था.
जीजा निकला मुख्य आरोपी : पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पीड़ित अरविंद सोनी का जीजा जयपुर जिले के जोबनेर निवासी नरेंद्र सोनी मुख्य आरोपी है, जिसने इस काम के लिए जोबनेर निवासी महेंद्र सिंह को सुपारी दी थी. घटना के बाद दोनों फरार हो गए थे. पुलिस की टीमें लगातार इनका पीछा कर रही थी. रविवार को पुलिस ने इनको जयपुर से गिरफ्तार कर लिया. हलांकि, इस कार्रवाई की जानकारी लोगों को बाद में मिली.
साले को सबक सिखाने के लिए दी सुपारी : पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अरविंद सोनी और नरेंद्र सोनी के बीच लेनदेन का विवाद चल रहा था, जिसको लेकर अरविंद अपने जीजा नरेंद्र सोनी को लगातार परेशान कर रहा था. नरेंद्र ने अरविंद को सबक सिखाने के लिए महेंद्र सिंह को उसके पैर तोड़ने की सुपारी दी. महेंद्र सिंह की ओर से अपने साथियों के साथ पहले अरविंद की रैकी की गई, फिर 7 अक्टूबर की रात को हमला कर अरविंद सोनी के पैर तोड़ दिए.