बिलाड़ा (जोधपुर). जिले के पीपाड़ शहर में शुक्रवार रात कोरोना हाॅट स्पोट बने जोधपुर शहर से 29 बाहरी लोगों को प्रशासन द्वारा रात के अंधेरे में पीपाड़ शहर व बाद में सिंधीपुरा मदरसे में शिफ्ट किया गया. जिसपर एक भाजपा कार्यकर्ता की ओर से फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई. बता दें कि पीपाड़ शहर पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि शुक्रवार रात को जिन 29 लोगों को जोधपुर से पीपाड़ शहर शिफ्ट किया गया वे बाहरी राज्यों के हैं. जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री दिल्ली मरकज के तब्लीगी जमात से जुड़ी हुई है. जिसके कारण उन्हें जोधपुर स्थित आगणवा में क्वॉरेंटाइन किया गया था. बता दें कि इन लोगों को क्वॉरेंटाइन पीरियड पुरा होने पर अपने गृह राज्य महाराष्ट्र, कश्मीर, युपी व हैदराबाद भेजने के बजाय विशेष परिस्थितियों में पीपाड़ शहर भेज दिया गया.
जिसकी जानकारी स्थानीय लोगों को मिलने पर उन्होंने घटना के वीडियो बना सोशल मीडिया पर वायरल कर दिये. वायरल हुऐ वीडियो से स्थानीय प्रशासन व सरकार की चौतरफा किरकिरी होने लगी. जिसे देखते हुए पीपाड़ शहर प्रशासन ने शनिवार शाम कस्बे के मदरसे में ठहरे 29 बाहरी लोगों को शहर के बाहर सिंधीपुरा मदरसे में शिफ्ट कर दिया. जिसको लेकर प्रशासन व सरकार के खिलाफ आमजन का जीवन खतरे में डालने को लेकर लोग सोशल मीडिया पर टिप्पणियां करने लगे.
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सोशल मिडिया पर छिड़ी बहस ने राजनीतिक रुप ले लिया. मोहम्मद सैयद पुत्र अब्दुल गफार निवासी पीपाड़ शहर ने समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला भाजपा कार्यकर्ता फरसाराम विश्नोई के खिलाफ पीपाड़ शहर पुलिस थाने में करवाया. जिसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और रविवार कों रामड़ावास गांव निवासी फरसाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया. शांति भंग में गिरफ्तार व्यक्ति भाजपा कार्यकर्ता बताया जा रहा जिसे पुलिस ने सोमवार को उपखंड अधिकारी शैतानसिहं राजपुरोहित के समक्ष पेश किया. जहां से उसे जमानत मिल गई.