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जोधपुर में चिकित्सा विभाग सतर्क: अस्पतालों में स्क्रिनिंग की तैयारी - Jodhpur on alert mode to tackle Corona cases

विदेशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार सजग है. इसी के तहत जोधपुर में भी चिकित्सा विभाग सतर्क है. जिला कलेक्टर का कहना है कि आमजन को सोशल डिस्टेंशिंग की पालना करनी चाहिए. सीएमएचओ कार्यालय ने भी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर स्क्रिनिंग के निर्देश दिए (Screening test to identify Corona positive cases) हैं.

Jodhpur on alert mode to tackle Corona cases, directions of screening at village health centers
कोरोना की आहट से हो रहे सजग, अस्पतालों में स्क्रिनिंग की तैयारी
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Published : Dec 23, 2022, 9:15 PM IST

जोधपुर. कोरोना को लेकर केंद्र की चिंता के बाद राज्य में भी स्वास्थ्य महकमा सर्तक हो रहा है. जिला प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर चिंता की बात नहीं है, लेकिन सभी को सजग रहना होगा. जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता का कहना है कि सरकार की आने वाले गाइडलाइन की सभी पालना करेंगे, लेकिन आमजन को सोशल डिस्टेंशिंग की पालना करनी चाहिए.

इधर विभाग के निर्देश पर अस्पतालों में कोरोना को लेकर व्यवस्थाओं को जांचने की कवायद भी शुरू होने जा रही है. संभाग के सबसे बड़े एमडीएम अस्पताल में 300 नए बैड पूरी तरह से कोरोना जैसी आपदा से निपटने के लिए रखे गए हैं. अधीक्षक डॉ विकास राजपुरोहित का कहना है कि फिलहाल सामान्य रूप से कोरोना की नियमित जांच की सुविधा मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध है. इस मौसम में सर्दी-खांसी से जुड़े मरीज आते हैं. उनकी स्क्रिनिंग कर रहे हैं. इधर सीएमएचओ कार्यालय ने भी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर स्क्रिनिंग के निर्देश दिए (Screening test to identify Corona positive cases) हैं.

पढ़ें: चिकित्सा सचिव का बयान, कोरोना को लेकर केंद्र से कोई प्रोटोकॉल नहीं मिला...होगा सिरो सर्वे

सोशल डिस्टेंशिंग जरूरी: स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में फैल रहे कोरोना को देखते हुए लोगों से सर्तक रहने की अपील की है. खास तौर से सोशल डिस्टेंशिंग को लेकर लोगों को सजग रहना होगा. हालांकि इन दिनों मल मास के चलते शादी समारोह बहुत कम हो रहे हैं. लेकिन 31 दिसंबर को लेकर होने वाले आयोजन में भीड़ उमड़ेगी. इसके अलावा 15 जनवरी से फिर विवाह समारोह शुरू होंगे. तब तक मामलों में बढ़ोतरी नहीं होती है, तो लोग परेशानी से बचे रहेंगे. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में कोरोना की जांच की संख्या बढ़ाई जाए.

पढ़ें: कोरोना: सरकार ने दी नैजल वैक्सीन को मंजूरी, सबसे पहले प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी

व्यवस्थाएं दुरुस्त: कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी को लेकर काफी परेशानी हुई थी. इसके बाद एमडीएम अस्पताल में पांच नए प्लांट लगा दिए गए हैं. इसके अलावा लिक्विड आक्सीजन का भी प्लांट संचालित हो रहा है. 300 बैड पर आक्सीजन लाइन से पहुंचाने की भी व्यवस्था है. साथ ही वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बैड भी हैं. हालांकि अभी कोरोना के मामले नहीं के बराबर हैं. लेकिन अगर बड़े स्तर पर सेंपलिंग होती है और पॉजिटिव मामले बढ़ते हैं, तो उसके लिए एतिहातन सभी व्यवस्थाएं पुख्ता हैं.

जोधपुर. कोरोना को लेकर केंद्र की चिंता के बाद राज्य में भी स्वास्थ्य महकमा सर्तक हो रहा है. जिला प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर चिंता की बात नहीं है, लेकिन सभी को सजग रहना होगा. जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता का कहना है कि सरकार की आने वाले गाइडलाइन की सभी पालना करेंगे, लेकिन आमजन को सोशल डिस्टेंशिंग की पालना करनी चाहिए.

इधर विभाग के निर्देश पर अस्पतालों में कोरोना को लेकर व्यवस्थाओं को जांचने की कवायद भी शुरू होने जा रही है. संभाग के सबसे बड़े एमडीएम अस्पताल में 300 नए बैड पूरी तरह से कोरोना जैसी आपदा से निपटने के लिए रखे गए हैं. अधीक्षक डॉ विकास राजपुरोहित का कहना है कि फिलहाल सामान्य रूप से कोरोना की नियमित जांच की सुविधा मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध है. इस मौसम में सर्दी-खांसी से जुड़े मरीज आते हैं. उनकी स्क्रिनिंग कर रहे हैं. इधर सीएमएचओ कार्यालय ने भी ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर स्क्रिनिंग के निर्देश दिए (Screening test to identify Corona positive cases) हैं.

पढ़ें: चिकित्सा सचिव का बयान, कोरोना को लेकर केंद्र से कोई प्रोटोकॉल नहीं मिला...होगा सिरो सर्वे

सोशल डिस्टेंशिंग जरूरी: स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में फैल रहे कोरोना को देखते हुए लोगों से सर्तक रहने की अपील की है. खास तौर से सोशल डिस्टेंशिंग को लेकर लोगों को सजग रहना होगा. हालांकि इन दिनों मल मास के चलते शादी समारोह बहुत कम हो रहे हैं. लेकिन 31 दिसंबर को लेकर होने वाले आयोजन में भीड़ उमड़ेगी. इसके अलावा 15 जनवरी से फिर विवाह समारोह शुरू होंगे. तब तक मामलों में बढ़ोतरी नहीं होती है, तो लोग परेशानी से बचे रहेंगे. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में कोरोना की जांच की संख्या बढ़ाई जाए.

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व्यवस्थाएं दुरुस्त: कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी को लेकर काफी परेशानी हुई थी. इसके बाद एमडीएम अस्पताल में पांच नए प्लांट लगा दिए गए हैं. इसके अलावा लिक्विड आक्सीजन का भी प्लांट संचालित हो रहा है. 300 बैड पर आक्सीजन लाइन से पहुंचाने की भी व्यवस्था है. साथ ही वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बैड भी हैं. हालांकि अभी कोरोना के मामले नहीं के बराबर हैं. लेकिन अगर बड़े स्तर पर सेंपलिंग होती है और पॉजिटिव मामले बढ़ते हैं, तो उसके लिए एतिहातन सभी व्यवस्थाएं पुख्ता हैं.

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