ETV Bharat / state

जोधपुर: सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों को मिलेगा अधिकतम 20 लाख रुपए का अनुदान

जोधपुर के भोपालगढ़ क्षेत्र में कृषि विभाग की ओर से सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों को अधिकतम 20 लाख रुपए की अनुदान राशि दी जा रही है. इसके लिए एक कृषक समूह को सामुदायिक फार्म पोंड के लिए 10 हेक्टेयर भूमि होनी आवश्यक है.

author img

By

Published : Dec 12, 2019, 10:47 AM IST

Jodhpur news, maximum grant, जोधपुर समाचार, कृषि विभाग
सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों अधिकतम 20 लाख रुपए का अनुदान

भोपालगढ़ (जोधपुर). क्षेत्र में कृषि विभाग की ओर से सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों को अधिकतम 20 लाख रुपए की अनुदान राशि दी जा रही है. इसके लिए एक कृषक समूह को सामुदायिक फार्म पोंड के लिए 10 हेक्टेयर भूमि होनी आवश्यक है. वहीं उद्यान विभाग ने जल संचय कर खेती में उपयोग करने की विस्तृत जानकारी भोपालगढ़ क्षेत्र के किसानों को दी. वहीं कृषि उद्यान पर्यवेक्षक रफीक अहमद कुरेशी की अगुवाई में किसानों को फार्म पोंड की जानकारी दी जा रही है.

सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों अधिकतम 20 लाख रुपए का अनुदान

कृषि उद्यान पर्यवेक्षक रफीक अहमद कुरैशी ने बताया की वर्षा मौसम में बरसात का जल खेतों से बहकर अन्यत्र जाता है. बहते हुए पानी से भूमि कटाव और भूमि की उर्वरा शक्ति के भूमि कणों का भी ह्रास होता है. आधुनिक खेती में उत्पादन वृद्धि करना भी अहम लक्ष्य होता है. इधर नलकूपों का भूमिगत जल भी काफी गहराई तक है, सिचिंत क्षेत्र में भी वृद्धि करना है. ऐसे में सामुदायिक जल स्त्रोत की आवश्यकता महसूस की जा सकती है. इन जल स्त्रोतों से जल को संचय कर खेती मे सिचांई की जा सकती है.

उन्होंने बताया कि विशेषकर खरीफ फसलों में कई बार जरूरत के समय बरसात नहीं होने पर जीवनरक्षक एक सिचांई फसल को जरूरत होती है. ऐसे में इन जल स्त्रोतों की उपयोगिता और बढ जाती है. इस तरह बरसात के जल का उपयोग कर खेती में सिचांई के लिए उपयोग किया जा सकता है. वर्षा जल अमुल्य है, भविष्य में जल संचय को प्राथमिकता देते हुए संसाधनों को महत्व देना फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने बताया कि उद्यानिकी राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना में किसान अधिक से अधिक नवीन बगीचा लगाए अनुदान के लिए पत्रावली ऑनलाइन आवेदन कर क्षेत्र के उद्यान कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- जोधपुर: बालेसर में डिस्काम टीम के साथ मारपीट की घटना को लेकर सैकड़ों कार्मिको ने किया प्रदर्शन

जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना में उद्यान विभाग से एक कृषक समूह की ओर से फार्म पोंड के लिए दस हेक्टर भूमि केचमेंट क्षेत्र के लिए आवश्यक है. इस पर सामुदायिक जल स्त्रोत की साईज 100×100×3 मीटर आकार के ऑनलाइन फार्म पौण्डस के निर्धारित BSI मापदंड की न्यूनतम 500 माईक्रोन प्लास्टिक की सीट अथवा आरसीसी लाईनिंग से निर्माण पर इकाई लागत का बीस लाख रूपये तक अथवा छोटी साईज के पोंड निर्माण केचमेंट क्षेत्र के अनुसार यथा अनुपात अनुदान देय है.

भोपालगढ़ (जोधपुर). क्षेत्र में कृषि विभाग की ओर से सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों को अधिकतम 20 लाख रुपए की अनुदान राशि दी जा रही है. इसके लिए एक कृषक समूह को सामुदायिक फार्म पोंड के लिए 10 हेक्टेयर भूमि होनी आवश्यक है. वहीं उद्यान विभाग ने जल संचय कर खेती में उपयोग करने की विस्तृत जानकारी भोपालगढ़ क्षेत्र के किसानों को दी. वहीं कृषि उद्यान पर्यवेक्षक रफीक अहमद कुरेशी की अगुवाई में किसानों को फार्म पोंड की जानकारी दी जा रही है.

सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों अधिकतम 20 लाख रुपए का अनुदान

कृषि उद्यान पर्यवेक्षक रफीक अहमद कुरैशी ने बताया की वर्षा मौसम में बरसात का जल खेतों से बहकर अन्यत्र जाता है. बहते हुए पानी से भूमि कटाव और भूमि की उर्वरा शक्ति के भूमि कणों का भी ह्रास होता है. आधुनिक खेती में उत्पादन वृद्धि करना भी अहम लक्ष्य होता है. इधर नलकूपों का भूमिगत जल भी काफी गहराई तक है, सिचिंत क्षेत्र में भी वृद्धि करना है. ऐसे में सामुदायिक जल स्त्रोत की आवश्यकता महसूस की जा सकती है. इन जल स्त्रोतों से जल को संचय कर खेती मे सिचांई की जा सकती है.

उन्होंने बताया कि विशेषकर खरीफ फसलों में कई बार जरूरत के समय बरसात नहीं होने पर जीवनरक्षक एक सिचांई फसल को जरूरत होती है. ऐसे में इन जल स्त्रोतों की उपयोगिता और बढ जाती है. इस तरह बरसात के जल का उपयोग कर खेती में सिचांई के लिए उपयोग किया जा सकता है. वर्षा जल अमुल्य है, भविष्य में जल संचय को प्राथमिकता देते हुए संसाधनों को महत्व देना फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने बताया कि उद्यानिकी राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना में किसान अधिक से अधिक नवीन बगीचा लगाए अनुदान के लिए पत्रावली ऑनलाइन आवेदन कर क्षेत्र के उद्यान कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- जोधपुर: बालेसर में डिस्काम टीम के साथ मारपीट की घटना को लेकर सैकड़ों कार्मिको ने किया प्रदर्शन

जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना में उद्यान विभाग से एक कृषक समूह की ओर से फार्म पोंड के लिए दस हेक्टर भूमि केचमेंट क्षेत्र के लिए आवश्यक है. इस पर सामुदायिक जल स्त्रोत की साईज 100×100×3 मीटर आकार के ऑनलाइन फार्म पौण्डस के निर्धारित BSI मापदंड की न्यूनतम 500 माईक्रोन प्लास्टिक की सीट अथवा आरसीसी लाईनिंग से निर्माण पर इकाई लागत का बीस लाख रूपये तक अथवा छोटी साईज के पोंड निर्माण केचमेंट क्षेत्र के अनुसार यथा अनुपात अनुदान देय है.

Intro:भोपालगढ़ क्षेत्र में कृषि विभाग की ओर से सामुदायिक फार्म पोंड के लिए किसानों को अधिकतम ₹2000000 की अनुदान राशि दी जा रही है ।एक कृषक समूह द्वारा सामुदायिक फार्म पोंड के लिए 10 हेक्टेयर भूमि होनी आवश्यक हैं।Body:उद्यान विभाग ने जल संचय कर खेती में उपयोग करने की विस्तृत जानकारी भोपालगढ़ क्षेत्र के किसानों को दी ।कृषि पर्यवेक्षक उद्यान रफीक अहमद कुरेशी की अगुवाई में किसानों को फार्म पोंड की जानकारी दी जा रही है।Conclusion:सामुदायिक फार्म पौण्ड पर अधिकतम बीस लाख रूपये तक अनुदान:स्वामी

एक कृषक समूह द्वारा सामुदायिक फार्म पौण्ड के लिए दस हेक्टर भूमि हो
भोपालगढ़।
उधान विभाग ने जल संचय कर खेती मे उपयोग करने की विस्तृत जानकारी किसानों को दी।
कृषि पर्यवेक्षक उधान रफीक अहमद कुरैशी ने बताया की वर्षा मौसम मे बरसात का जल खेतों से बहकर अन्यत्र जाता है बहते हुए पानी से भूमि कटाव व भूमि की उर्वरा शक्ति के भूमि कणों का भी ह्रांस होता है। आधुनिक खेती मे उत्पादन वृद्धि करना भी अहमं लक्ष्य होता है । इधर नलकूपों का भूमिगत जल भी काफी गहराई तक है,सिचिंत क्षैत्र मे भी वृद्धि करना है ।ऐसे मे सामुदायिक जल स्त्रोत की आवश्यकता महसूस की जा सकती है। इन जल स्त्रोतों से जल को संचय कर खेती मे सिचांई की जा सकती है। विशेषकर खरीफ फसलों मे कई बार जरूरत के समय बरसात नही होने पर जीवनरक्षक एक सिचांई फसल को जरूरत होती है ।ऐसे मे इन जल स्त्रोतों की उपयोगिता बढ़ और बढ जाती हैं। फसल की विशेष क्रान्तिक अवस्था पर एक सिचांई कर वांच्छित उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।इस तरह बरसात के जल का उपयोग कर खेती मे सिचांई के लिए उपयोग किया जा सकता हैं। वर्षा जल अमुल्य है, भविष्य मे जल संचय को प्राथमिकता देते हुए संसाधनों को महत्व देना फायदेमंद साबित होगा।--इनका कहना---
उधानिकी राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना मे किसान अधिक से अधिक नवीन बगीचा लगाये अनुदान के लिए पत्रावली ऑनलाइन आवेदन कर क्षेत्र के उधान कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते है।--नासिर खिलजी---,सहायक कृषि अधिकारी उधान

राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना मे उधान विभाग से एक कृषक समूह द्वारा फार्म पौण्ड के लिए दस हेक्टर भूमि केचमेंट क्षेत्र के लिए आवश्यक हैइस पर सामुदायिक जल स्त्रोत की साईज ल.×चौ.×ग. 100×100×3 मीटर आकार के ऑनलाइन फार्म पौण्डस के निर्धारित BSI मापदंड की न्यूनतम 500माईक्रोन प्लास्टिक की सीट अथवा आरसीसी लाईनिंग से निर्माण पर इकाई लागत का बीस लाख रूपये तक अथवा छोटी साईज के पौण्ड निर्माण केचमेंट क्षेत्र के अनुसार यथा अनुपात अनुदान देय है। - जयनारायण स्वामी--उपनिदेशक उधान, जोधपुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.