जोधपुर. प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज जोधपुर में मिले हैं. यहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 31 हजार के पार पहुंच गई है. ऐसे में प्रशासन कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है. लोगों को मास्क लगाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. कुछ दिनों पहले जिले में प्रदेश का पहला मास्क बैंक भी खोला गया था. वहीं, जिले में अब मोबाइल मास्क बैंक की शुरुआत की गई है. शनिवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर मदनलाल नेहरा ने हरी झंडी दिखाकर तीनों विधानसभाओं के लिए एक-एक मोबाइल मास्क बैंक के वाहनों को रवाना किया.
बता दें कि, मोबाइल मास्क बैंक की समय सारणी निश्चित की गई है और स्थान में निश्चित किया गया है. जहां जाकर लोग आवश्यकता होने पर निःशुल्क मास्क प्राप्त कर सकेंगे. साथ ही प्रशासन ने इस अभियान को तय समय में पूरे शहर में लागू करने के लिए एक समय सीमा भी तय कर दी है. इस अभियान के जरिए प्रशासन ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मास्क पहुंचाना चाहता है.
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कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि, 14 अक्टूबर से 14 नवंबर तक ये अभियान चलाया जाएगा. 14 नवंबर के बाद अगर कोई व्यक्ति बिना मास्क के मिलता है तो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. महामारी अधिनियम के तहत मास्क लगाने की अनिवार्यता का पालन ना करने पर व्यक्ति को जेल भी जाना पड़ सकता है. जिला प्रशासन अब आक्रामक रूप से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास्क की अनिवार्यता पर काम कर रहा है. प्रशासन का मानना है कि त्योहारों को देखते हुए कड़ाई करने की आवश्यकता है. जिससे लोग स्वस्थ रह सकें. क्योंकि आने वाले दिनों में नवरात्रि और उसके बाद दशहरा और दिवाली है. ऐसे में बाजारों में गतिविधियां बढ़ेंगी. इस दौरान मास्क अनिवार्य रूप से लगाया जाना बहुत जरूरी है.