जोधपुर: सूबे के सीएम अशोक गहलोत ने खुद घोषणा की है कि वो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का नामांकन भरने जा रहे हैं. वहीं, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना भी प्रबल है. ऐसे में उनके गृह जिला जोधपुर में अभी से ही उत्साह का माहौल बन गया है. जिले के कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता खासा खुश हैं. उनका कहना है कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि जोधुपर से कांग्रेस को नेतृत्व मिलने जा रहा है. वहीं, राजस्थान के साथ ही अब देश को भी सीएम गहलोत के राजनीतिक अनुभव का लाभ मिलेगा.
शहर विधायक मनीषा पंवार ने (Manisha Panwar on Ashok Gehlot) कहा कि वे संगठन और सत्ता दोनों को साथ लेकर चलते हैं. राजस्थान को लेकर वो अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे, क्योंकि वो कह चुके हैं कि म्हें थांसू दूर नहीं. इधर, विधायकों के नामांकन के समय मौजूद रहने के सवाल पर विधायक ने कहा कि नामांकन की तिथि तय होने के बाद जो भी आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा. वहीं, नए मुख्यमंत्री के चयन पर विधायक ने कहा कि आलाकमान और मुख्यमंत्री इस पर फैसला (Discussion on new leadership in Rajasthan) लेंगे और उनका फैसला सभी को मान्य होगा.
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जोधपुर शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नरेश जोशी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि आजादी के बाद राजस्थान से अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं. उनके नेतृत्व में राजस्थान सहित सभी जगहों पर कांग्रेस की वापसी होगी. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन पर जोशी ने कहा कि सीएम खुद कह चुके हैं कि विधायकों की राय मानी जाएगी. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले चार दशक से जोधपुर में सक्रिय सियासत करते आ रहे हैं. सीएम जोधपुर से तीन बार सांसद भी रह चुके हैं. साथ ही केंद्रीय मंत्री के रूप में भी उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ काम किया था. गांधी परिवार के निकटतम व्यक्तियों में से एक अशोक गहलोत राजनीति के जादूगर माने जाते हैं.