जोधपुर. गज सिंह का आज 75वां जन्मदिन है. जिसे मनाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है और शहर के लोग उमेद भवन जाकर उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं. साथ ही दोपहर बाद उमेद भवन की बारहदरी स्थित गार्डन में गजसिंह केक काटेंगे. इस दौरान राज परिवार के सदस्यों के अलावा शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहेंगे. इन सबके बीच खास बात यह है कि गजसिंह का जन्मदिन साल में दो बार मनाया जाता है. गजसिंह का जन्म भारतीय कैलेंडर व तिथि के मुताबिक पौष सुदी द्वितीया को हुआ था. यह तिथि गत वर्ष 25 दिसंबर को थी. इस दिन उमेद भवन के दरबार हाल में उनका राजसी परंपरा के अनुरूप जन्मदिन मनाया गया था. जिसमें कई पूर्व राज्य घरानों के सदस्य भी शामिल हुए थे.
400 किलो दूध से बना खास केक: 75वें जन्मदिन को खास बनाने के लिए विशेष तौर पर 75 किलो का पेड़ा केक बनवाया गया है. जिसे वो काटेंगे. यह शहर के प्रसिद्ध पेड़ा निर्माता मिश्रीलाल होटल में तैयार हुआ है. इसे बनाने में करीब 400 किलो दूध का इस्तेमाल हुआ है. निर्माता संदीप अरोड़ा ने बताया कि इसे बनाने में दस घंटे का समय लगा. यह पेड़ा राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के प्रेम भंडारी ने बनवाया है. जिसे पूर्व नरेश गजसिंह काटेंगे. साथ ही केक पर शुभकामना संदेश लिखने के लिए ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया गया है. वहीं, केसर स्पेन से भेजी गई थी.
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चार साल की उम्र में मिली थी जिम्मेदारी: गजसिंह का जन्म 13 जनवरी, 1948 को हुआ था. उस समय जोधपुर रियासत के राजा उनके पिता महाराजा हनवंत सिंह थे. आजादी के बाद पहले चुनाव के दौरान हनवंत सिंह चुनाव लड़ रहे थे. वे खुद पायलट थे. 26 जनवरी, 1952 को उनका जहाज सुमेरपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिसमें उनकी मृत्यु हो गई थी. उस दौरान गजसिंह सिर्फ चार वर्ष के थे. राजसी परंपरा के अनुसार उनको सिहासन पर बैठाया गया था.