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Fraud in Jodhpur : नेक्सा एवरग्रीन के खिलाफ तीसरी FIR, 54 लाख के घोटाले का आरोप

जोधपुर में रियल स्टेट कंपनी नेक्सा एवरग्रीन के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया (Nexa Evergreen Fraud in Jodhpur) गया है. इसमें ऊंची ब्याज दर का झांसा देकर 54 लाख का घोटाला सामने आया है.

Fir against Nexa Evergreen in Jodhpur
नेक्सा एवरग्रीन के खिलाफ जोधपुर में एफआईआर
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Published : Feb 4, 2023, 11:28 PM IST

जोधपुर. रियल स्टेट कंपनी नेक्सा एवरग्रीन के खिलाफ धोखाधड़ी से जुड़ी जोधपुर में तीसरी एफआईआर दर्ज हुई. इस एफआईआर में निवेशकों को ऊंची ब्याज दर देने का लालच देकर 54 लाख रुपए डूबने की बात सामने आई है. मामला करवड़ थाने में दर्ज हुआ है.

पुलिस के अनुसार शक्ति सिंह पुत्र अशोक सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सेवानिवृत सैनिक मेघसिंह ने तीन साल पहले बताया था कि नेक्सा एवरग्रीन कम्पनी अहमदाबाद के पास एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट और सोलर प्लांट बना रही है. यहां पर जमीन खरीदने में जो रुपए लग रहा है उसे आमद नहीं हो रही है. उसने बताया कि ₹100000 लगाने पर हर सप्ताह मंगलवार को 2909 रुपए वापस आएंगे और यह क्रम 60 सप्ताह यानी करीब 14 माह चलेगा. इस दौरान एक लाख 75 हजार रुपए आ जाएंगे. इतना रिटर्न कोई भी बैंक नहीं देता है. शक्ति सिंह ने अच्छा रिटर्न देख 12 लाख रुपए लगा दिए. इसके बाद हर मंगलवार को रुपए आने लगे थे.

पढ़ें. Online Fraud in Alwar : महिला अधिकारी से 96 हजार रुपए की ठगी, पैसे रिफंड करने का दिया था झांसा

धोलेरा विजिट करवाया तो और निवेश : शक्ति सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मेघसिंह ने यह भी बताया कि कम्पनी पीएम मोदी के विजन को ध्यान में रखकर स्मार्ट ग्रीन सिटी धोलेरा में बना रही है, जो अहमदाबाद से 80 किमी दूर है. यहां जमीनों की करोड़ों में कीमत हैं. शक्ति सिंह ने 42 लाख रुपए का और निवेश किया. क्योंकि मेघसिंह ने उसे कहा कि धोलेरा में उसके नाम 50 करोड़ की जमीन हो गई है. ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर जमीन बेचकर भी रुपए वापस हो जाएंगे.

23 जनवरी से आना बंद हुई राशि : नेक्सा एवरग्रीन कंपनी की ओर से की जा रही धोखाधड़ी की पोल जनवरी में ही खुलने लगी थी. कंपनी के कई जगह पर कार्यालय बंद हो गए जिसके बाद प्रदेश में कई जगह पर लोगों ने पुलिस की शरण ली. शक्ति सिंह ने बताया कि 23 जनवरी से उसके खाते में रुपए आना बंद हो गए जिसके बाद उसने मेघसिंह से संपर्क किया लेकिन बात नहीं हुई. कार्यालय भी बंद हो गया.

जोधपुर में पहले दो मामले हुए दर्ज : इस कंपनी की धोखेबाजी में ज्यादातर पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी और सरकारी कर्मचारी आए हैं. शक्ति सिंह से पहले मूलत: जयपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सहायक लाइब्रेरियन अनिल कुमार ने अधिक दर से ब्याज मिलने के झांसे में आकर नेक्सा एवरग्रीन कम्पनी में 11 लाख रुपए जमा कराए थे. कम्पनी के एजेंट सुरेन्द्रसिंह उचियारड़ा ने उसे झांसे में लिया था. कम्पनी के बंद होने पर पीड़ित ने करवड़ थाने में मामला दर्ज कराया था. इसी तरह से जिले की बावड़ी तहसील में हतुण्डी निवासी श्रवण चौधरी ने सुभाष बिरजारनियां के झांसे में आकर नेक्सा एवरग्रीन कम्पनी में लाखों रुपए निवेश कर दिए थे. अब कम्पनी बंद हो चुकी है. गाढ़ी कमाई गंवाने से सदमे में आए श्रवण ने एयरपोर्ट थाने में ठगी व आईटी एक्ट में मामला दर्ज कराया है.

जोधपुर. रियल स्टेट कंपनी नेक्सा एवरग्रीन के खिलाफ धोखाधड़ी से जुड़ी जोधपुर में तीसरी एफआईआर दर्ज हुई. इस एफआईआर में निवेशकों को ऊंची ब्याज दर देने का लालच देकर 54 लाख रुपए डूबने की बात सामने आई है. मामला करवड़ थाने में दर्ज हुआ है.

पुलिस के अनुसार शक्ति सिंह पुत्र अशोक सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सेवानिवृत सैनिक मेघसिंह ने तीन साल पहले बताया था कि नेक्सा एवरग्रीन कम्पनी अहमदाबाद के पास एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट और सोलर प्लांट बना रही है. यहां पर जमीन खरीदने में जो रुपए लग रहा है उसे आमद नहीं हो रही है. उसने बताया कि ₹100000 लगाने पर हर सप्ताह मंगलवार को 2909 रुपए वापस आएंगे और यह क्रम 60 सप्ताह यानी करीब 14 माह चलेगा. इस दौरान एक लाख 75 हजार रुपए आ जाएंगे. इतना रिटर्न कोई भी बैंक नहीं देता है. शक्ति सिंह ने अच्छा रिटर्न देख 12 लाख रुपए लगा दिए. इसके बाद हर मंगलवार को रुपए आने लगे थे.

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धोलेरा विजिट करवाया तो और निवेश : शक्ति सिंह ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मेघसिंह ने यह भी बताया कि कम्पनी पीएम मोदी के विजन को ध्यान में रखकर स्मार्ट ग्रीन सिटी धोलेरा में बना रही है, जो अहमदाबाद से 80 किमी दूर है. यहां जमीनों की करोड़ों में कीमत हैं. शक्ति सिंह ने 42 लाख रुपए का और निवेश किया. क्योंकि मेघसिंह ने उसे कहा कि धोलेरा में उसके नाम 50 करोड़ की जमीन हो गई है. ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर जमीन बेचकर भी रुपए वापस हो जाएंगे.

23 जनवरी से आना बंद हुई राशि : नेक्सा एवरग्रीन कंपनी की ओर से की जा रही धोखाधड़ी की पोल जनवरी में ही खुलने लगी थी. कंपनी के कई जगह पर कार्यालय बंद हो गए जिसके बाद प्रदेश में कई जगह पर लोगों ने पुलिस की शरण ली. शक्ति सिंह ने बताया कि 23 जनवरी से उसके खाते में रुपए आना बंद हो गए जिसके बाद उसने मेघसिंह से संपर्क किया लेकिन बात नहीं हुई. कार्यालय भी बंद हो गया.

जोधपुर में पहले दो मामले हुए दर्ज : इस कंपनी की धोखेबाजी में ज्यादातर पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी और सरकारी कर्मचारी आए हैं. शक्ति सिंह से पहले मूलत: जयपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सहायक लाइब्रेरियन अनिल कुमार ने अधिक दर से ब्याज मिलने के झांसे में आकर नेक्सा एवरग्रीन कम्पनी में 11 लाख रुपए जमा कराए थे. कम्पनी के एजेंट सुरेन्द्रसिंह उचियारड़ा ने उसे झांसे में लिया था. कम्पनी के बंद होने पर पीड़ित ने करवड़ थाने में मामला दर्ज कराया था. इसी तरह से जिले की बावड़ी तहसील में हतुण्डी निवासी श्रवण चौधरी ने सुभाष बिरजारनियां के झांसे में आकर नेक्सा एवरग्रीन कम्पनी में लाखों रुपए निवेश कर दिए थे. अब कम्पनी बंद हो चुकी है. गाढ़ी कमाई गंवाने से सदमे में आए श्रवण ने एयरपोर्ट थाने में ठगी व आईटी एक्ट में मामला दर्ज कराया है.

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