जोधपुर. जिले में जन्माष्टमी हर साल बड़े ही हर्षोल्लास और आनंद के साथ मनाई जाती है. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते ना तो मटकी फोड़ के कार्यक्रम हुए और ना ही शोभायात्रा निकाली गई. हर साल जन्माष्टमी पर्व को लेकर शहर में विभिन्न धार्मिक संस्थाओं और सामाजिक संगठन की ओर से कई तरह के आयोजन होते हैं, जो 2 से लेकर 5 दिनों तक चलते हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस के चलते सीधा असर लोगों की धार्मिक भावनाओं पर भी हुआ है.
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झंवर रोड वैशाली एंक्लेव स्थित राधा कृष्णा मंदिर में नीलकंठ फाउंडेशन की ओर से जन्माष्टमी का पर्व सादगी से मनाया गया. इस दौरान नन्हे-मुन्ने बालक बालिकाओं ने भगवान कृष्ण का रूप धारण किया. वहीं देर शाम तक भजनों के साथ भगवान को झूला झुलाया गया. साथ ही मंदिर परिसर को फूल मालाओं से सजाया गया है.
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भाजपा जिला महिला मोर्चा इंदिरा राजपुरोहित ने बताया कि कोरोना के चलते इस बार जन्माष्टमी का पर्व सादगी से मनाया गया. बता दें कि कोरोना के चलते मंदिरों में दर्शनों के लिए भक्तों की आवाजाही नहीं है. मंदिरों में महंत सेवक और पुजारियों के सानिध्य में श्री कृष्ण का जन्म संपन्न होगा. वहीं, कृष्णा जन्म उत्सव पर हर वर्ष आयोजित होने वाली हांडी फोड़ प्रतियोगिता और विभिन्न कार्यक्रम कोरोना के चलते रद्द कर दिए गए हैं. साथ ही 2 दिनों से अधिक होने वाले आयोजनों को भी निरस्त किया गया है.