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RPSC Paper Leak: डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले बने फर्जी अभ्यर्थी, पुलिस का बड़ा खुलासा

राजस्थान में आरपीएससी पेपर लीक मामले (RPSC Paper Leak Case) में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में जो गैंग पकड़ा है उसमें ऐसे लोग शामिल है जो डॉक्टर की पढ़ाई कर रहे है. फिलहाल, पुलिस मामले में आगे जांच कर रही है.

RPSC Paper Leak in rajasthan
डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले बने फर्जी अभ्यर्थी
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Published : Dec 26, 2022, 1:37 PM IST

Updated : Dec 26, 2022, 2:29 PM IST

जोधपुर. डॉक्टर बनने के लिए जी तोड़ मेहनत कर नीट परीक्षा पास कर सरकारी कॉलेज में दाखिला लेना आसान काम नहीं है. लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी कर रहे युवक भी फर्जी अभ्यर्थी बन अपना करियर दांव पर लगाने से नहीं चूक रहे हैं. दरअसल, सेकेंड शिक्षक भर्ती परीक्षा में उदयपुर पुलिस ने जो गैंग पकड़ा है उसमें एक जोधपुर का फर्जी अभ्यर्थी शामिल (Fake Candidate for Medical Studies in RPSC) है. ये एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. साथ ही पुलिस के हत्थे एक और एमबीबीएस का छात्र चढ़ा है. वह अजमेर का रहने वाला है. दोनों को परीक्षा के बदले पांच से सात लाख रुपए मिलने थे.

पुलिस की रिमांड पर गणेश: उदयपुर में गिरफ्तार गणेश पुलिस की रिमांड पर है उससे पूछताछ की जा रही है. जोधपुर पुलिस की गिरफ्तर में आए प्रद्युमन सिंह भी पुलिस रिमांड पर है. मिली जानकारी के अनुसार, उदयपुर में शनिवार को गैंग पकड़ा गया था, जिसमें जोधपुर जिले की तिंवरी तहसील में मांडियाई खुर्द गांव का गणेश सियोल पुत्र सतपाल जाट भी शामिल है. गणेश सियोल कोटा मेडिकल कॉलेज का छात्र है.

चयन होने पर मिलते 5 लाख: उदयपुर पुलिस कार्रवाई के दौरान गणेश सियोल के पास से जालोर में करड़ा थानान्तर्गत भाटीप गांव निवासी प्रदीप खींचड़ पुत्र रतनाराम बिश्नोई का आधार कार्ड और प्रवेश पत्र मिला. दोनों पर गणेश के फोटो लगे थे. पूछताछ में गणेश ने स्वीकार किया कि वह प्रदीप की जगह परीक्षा देने जा रहा था. उसके पास अन्य आरोपियों के पास मिले पेपर की तरह दोनों तरह के ही प्रश्न पत्र की फोटो प्रतियां भी मिली. परीक्षा में चयन होने पर गणेश को पांच लाख रुपए मिलने की बात सामने आ रही है.

ये भी पढ़ें: RPSC Paper Leak: पेपर लीक का मास्टरमाइंड सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल, अभ्यर्थियों की बस को कर रहा था एस्कॉर्ट

लाखों रुपए में तय सौदा: जोधपुर के मंडोर थाना पुलिस ने शनिवार दोपहर को विज्ञान की परीक्षा में एक फर्जी अभ्यर्थी प्रद्युमन सिंह को पकड़ा. जो बाडमेर मेडिकल कॉलेज के तीसरे सेमेस्टर कर छात्र है. ब्यावर निवासी प्रद्युमनसिंह रावत बालसमन्द क्षेत्र में स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने आया था. वह लूनी के भाचरणा गांव निवासी सोहनलाल बिश्नोई की जगह परीक्षा देते वक्त पकड़ा गया.

फर्जी परीक्षार्थी को मिलते पैसे: थानाधिकारी मनीष देव के अनुसार पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि फर्जी परीक्षार्थी बनने के बदले 4-5 लाख रुपए में सौदा हुआ था. परीक्षा देकर बाहर आते ही उसे पचास हजार मिलने थे. बाकी सलेक्शन पर मिलने थे. उसे गिरफ्तार कर लिया है. इसी तरह पुलिस ने एम.एससी प्रीवियस छात्र सांगाराम जाट को पकड़ा जो कमलेश कुमार की जगह परीक्षा देने आया था. सांगाराम सीएचओ परीक्षा में उदयपुर में पकड़ा गया था. जो अभी कुछ दिन पहले जमानत पर बाहर आया था.

जोधपुर. डॉक्टर बनने के लिए जी तोड़ मेहनत कर नीट परीक्षा पास कर सरकारी कॉलेज में दाखिला लेना आसान काम नहीं है. लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी कर रहे युवक भी फर्जी अभ्यर्थी बन अपना करियर दांव पर लगाने से नहीं चूक रहे हैं. दरअसल, सेकेंड शिक्षक भर्ती परीक्षा में उदयपुर पुलिस ने जो गैंग पकड़ा है उसमें एक जोधपुर का फर्जी अभ्यर्थी शामिल (Fake Candidate for Medical Studies in RPSC) है. ये एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. साथ ही पुलिस के हत्थे एक और एमबीबीएस का छात्र चढ़ा है. वह अजमेर का रहने वाला है. दोनों को परीक्षा के बदले पांच से सात लाख रुपए मिलने थे.

पुलिस की रिमांड पर गणेश: उदयपुर में गिरफ्तार गणेश पुलिस की रिमांड पर है उससे पूछताछ की जा रही है. जोधपुर पुलिस की गिरफ्तर में आए प्रद्युमन सिंह भी पुलिस रिमांड पर है. मिली जानकारी के अनुसार, उदयपुर में शनिवार को गैंग पकड़ा गया था, जिसमें जोधपुर जिले की तिंवरी तहसील में मांडियाई खुर्द गांव का गणेश सियोल पुत्र सतपाल जाट भी शामिल है. गणेश सियोल कोटा मेडिकल कॉलेज का छात्र है.

चयन होने पर मिलते 5 लाख: उदयपुर पुलिस कार्रवाई के दौरान गणेश सियोल के पास से जालोर में करड़ा थानान्तर्गत भाटीप गांव निवासी प्रदीप खींचड़ पुत्र रतनाराम बिश्नोई का आधार कार्ड और प्रवेश पत्र मिला. दोनों पर गणेश के फोटो लगे थे. पूछताछ में गणेश ने स्वीकार किया कि वह प्रदीप की जगह परीक्षा देने जा रहा था. उसके पास अन्य आरोपियों के पास मिले पेपर की तरह दोनों तरह के ही प्रश्न पत्र की फोटो प्रतियां भी मिली. परीक्षा में चयन होने पर गणेश को पांच लाख रुपए मिलने की बात सामने आ रही है.

ये भी पढ़ें: RPSC Paper Leak: पेपर लीक का मास्टरमाइंड सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल, अभ्यर्थियों की बस को कर रहा था एस्कॉर्ट

लाखों रुपए में तय सौदा: जोधपुर के मंडोर थाना पुलिस ने शनिवार दोपहर को विज्ञान की परीक्षा में एक फर्जी अभ्यर्थी प्रद्युमन सिंह को पकड़ा. जो बाडमेर मेडिकल कॉलेज के तीसरे सेमेस्टर कर छात्र है. ब्यावर निवासी प्रद्युमनसिंह रावत बालसमन्द क्षेत्र में स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने आया था. वह लूनी के भाचरणा गांव निवासी सोहनलाल बिश्नोई की जगह परीक्षा देते वक्त पकड़ा गया.

फर्जी परीक्षार्थी को मिलते पैसे: थानाधिकारी मनीष देव के अनुसार पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि फर्जी परीक्षार्थी बनने के बदले 4-5 लाख रुपए में सौदा हुआ था. परीक्षा देकर बाहर आते ही उसे पचास हजार मिलने थे. बाकी सलेक्शन पर मिलने थे. उसे गिरफ्तार कर लिया है. इसी तरह पुलिस ने एम.एससी प्रीवियस छात्र सांगाराम जाट को पकड़ा जो कमलेश कुमार की जगह परीक्षा देने आया था. सांगाराम सीएचओ परीक्षा में उदयपुर में पकड़ा गया था. जो अभी कुछ दिन पहले जमानत पर बाहर आया था.

Last Updated : Dec 26, 2022, 2:29 PM IST
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