बिलाड़ा (जोधपुर). जिले के रावर गांव की सरहद के खाली पड़े करीब सौ बिघा जमीन के चारों ओर कंटीली तारबंदी से वन्यजीवों की जान जा रही है. जिले में पिछले कई दिनों से 12 से अधिक हिरणों की मौत कंटीली तार के कारण हो गई है. जिसके बाद लगातार हिरणों की मौत से आक्रोशित पर्यावरण प्रेमियों ने प्रदर्शन किया. साथ ही बिलाड़ा उपखंड अधिकारी निशु अग्निहोत्री को लिखित शिकायत दी है.
जिसके बाद उन्होंने अनावश्यक रूप से खेतों के चारों ओर तारबंदी हटवाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे पर्यावरण प्रेमी महीराम जांगू, दिनेश गोदारा, पपुड़ीदेवी ने बताया कि रावर गांव की सरहद में अनावश्यक रूप से करीब सौ बिघा जमीन पर खेत मालिकों ने कंटीले तारों की तारबंदी कर रखी है. एक तरफ कंटीली तार में फंसकर लोगों की जान जा रही है. दूसरी तरफ वन्यजीव जब अपनी प्यास बुझाने नाडी पर आते हैं तो इस दौरान घात लगा कर बैठे आवारा श्वान उनपर हमला कर देते हैं.
यह भी पढ़ें. जोधपुर: डेढ़ माह से बंद पड़ी 6 हजार खदानें जल्द होंगी शुरू
सरकारी अनुदान से अनावश्यक रूप से खेतों के चारों ओर की जाने वाली तारबंदी वन्यजीवों के लिए बड़ा खतरा बन गई है. पर्यावरण प्रेमियों ने सरकार से भी मांग कर रहे है कि किसानों को खेतों के चारों ओर तारबंदी के लिए दिए जा रहे अनावश्यक अनुदान को बंद किया जाए.