जोधपुर. प्रदेश के कई जिलों में कोविड-19 स्वास्थ्य सहायक कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर में चयनित अभ्यर्थियों को अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई है. सहायक कर्मियों की भर्ती में चयनित होने के बाद कई अभ्यर्थियों ने प्राइवेट नौकरी भी छोड़ दी थी. लेकिन अभी तक सरकारी लेटलतीफी के चलते चयनित अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति का इंतजार करना पड़ रहा है.
आलम यह है कि स्वास्थ्य सहायक भर्ती को लेकर विभाग का कोई भी जिम्मेदार बोलने को तैयार नहीं है. बुधवार को चयनित अभ्यर्थियों ने सीएमएचओ कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.अभ्यर्थियों को सीएमएचओ कार्यालय पर बताया जाता है कि बजट के अभाव में उन्हें नियुक्ति नहीं दी जा रही है. चिकित्सा विभाग के मुख्य चीफ सेक्रेटरी को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी सूचना दी गई. लेकिन अभी तक कोई आदेश नहीं आया है.
सरकारी लेटलतीफी के चलेते अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अभ्यर्थी सीएमएचओ कार्यालय से राजधानी जयपुर तक गुहार लगा चुके हैं. वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर उन्हें जल्द नियुक्ति नहीं दी जाती है तो वे सीएमएचओ कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे. दरअसल इस वर्ष मई में कोविड स्वास्थ्य सहायक पद पर अभ्यर्थियों का चयन किया गया था और सूची बनाकर प्रशिक्षण दिलवाया गया था, लेकिन प्रशिक्षण के बाद से सभी अभ्यर्थी बेरोजगार बैठे हुए हैं.