जोधपुर. सूरसागर थाना क्षेत्र में एक चाय की दुकान चलाने वाले को एम्स ओपीडी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की वारादात सामने आई है. आरोपी ने दुकादनदार से कुछ राशि भी ले ली लेकिन नियुक्ति की डेट से पहले ही शातिर ने फोन उठाने बंद कर दिए. इस पर चाय की दुकान चलाने वाले ने पुलिस में रिपोर्ट दी है.
जोधपुर एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. एम्स में सुरक्षाकर्मी, नर्सिंग स्टाफ, सहायक कर्मचारी बनाने के नाम पर कई लोग लूट चुके हैं. शातिर बदमाश अपने फायदे के लिए किसी को भी नहीं बख्श रहे हैं. सूरसागर थाना क्षेत्र के एक चाय की दुकान चलाने वाले को एक व्यक्ति ने एम्स ओपीडी में नौकरी दिलाने के नाम का झांसा दिया. जिसके बाद आरोपी ने कुछ रुपए भी ले लिए. नियुक्ति की डेट पर शेष राशि का देने की बात कही लेकिन नियुक्ति की डेट से पहले ही शातिर ने फोन उठाने बंद कर दिए.
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सूरसागर थाना पुलिस के अनुसार चांदपोल विद्याशाला के पास जितेंद्र राकांवत चाय की दुकान चलाता है. एक साल से उसके यहां डांगियावास थाना क्षेत्र के खातियासनी निवासी शिवदयाल जाट का आना जाना था. शिवदयाल ने इस साल जून में उसे कहा कि वह खुद एम्स में काम करता है. उसे भी वहां सरकारी नौकरी लगवा दूंगा. इसके लिए पचास हजार रुपए देने होंगे. शिवदयाल ने उसे एक फॉर्म भी दिया, जिसे उसने भर दिया. इसके साथ ही 4 हजार रुपए नगद लिए.
पीड़ित ने 29 जून को पांच हजार रुपए पेटीएम से ट्रांसफर किए. जिसके बाद ठग ने बाकी रकम 19 जुलाई को एम्स में ज्वाइनिंग के समय देनी होगी. 19 जुलाई से लेकर अभी तक जितेंद्र जब भी शिवदयाल को फोन करता तो वह सही जवाब नहीं देता. वहीं बाद में उसने उसका फोन उठाना ही बंद कर दिया. मामले की जांच सूरसागर थाने के सहायक उपनिरीक्षक राजेंद्र सिंह को सौंपी गई है.