भोपालगढ़ (जोधपुर). आशा सहयोगिनी समाज के हर मोर्चे पर कोरोना वॉरियर्स के रूप में सामने आई हैं. इस कड़ी में इन दिनों आशा सहयोगिनी घर-घर सर्वे अभियान चला रही हैं. वहीं समाज सेवा के लिए निशुल्क मास्क बनाकर कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन भी कर रही हैं.
भोपालगढ़ ब्लॉक में 203 आशा सहयोगिनी लगी हुई है. ऐसे में सभी सहयोगीनी ने कोरोना वायरस के तहत अहम भूमिका निभाते हुए डोर टू डोर जाकर 40 हजार घरों में सर्वे कर कोरोना वायरस की महामारी में अहम भूमिका निभाई है. इस दौरान आशा सहयोगिनियों ने बताया कि सरकार हमारा मानदेय बढ़ाएं.
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सैलरी नाम मात्र की, काम सबसे ज्यादा
आशा सहयोगिनी को सरकार की ओर से 2500 रुपए मिलते थे. वहीं इस बार के बजट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 200 रुपए और बढ़ाए थे. जिसके बाद उनकी सैलरी 2700 रुपए हो गई हैं.
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इनके घर में सही तरीके से प्रतिदिन दूध का खर्चा तक इस सैलरी से नहीं निकल पाता हैं. कई बार इन कार्मिकों ने अपने वेतन बढ़ाने की सरकार से मांग भी की, लेकिन सरकार ने इसकी एक नहीं सुनी. वहीं दूसरी ओर कोरोनावायरस जैसी महामारी में सबसे ज्यादा जमीनी स्तर पर काम करने के लिए डोर टू डोर सर्वे में इन कार्मिकों का सहयोग लिया जा रहा हैं. लेकिन वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही हैं.