बिलाड़ा (जोधपुर). वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इंसान तो इंसान पशु-पक्षियों की भी बुरा हाल है. ऐसे में जिले के बिलाड़ा उपखंड के बाला ग्राम पंचायत में युवक छोटू सिंह विश्नोई के मन में लाॅकडाउन के दौरान इंसानियत जागी और प्यासे वन्यजीव हिरणों की प्यास बुझाने के लिए गांव से दुर अपने खेत में सीमेंट के बड़े कुंड बनाकर उसमें पानी का इंतेजाम किया. अब वहां सैकड़ों वन्यजीवों को प्यास बुझाते देख सकते है. वहीं, युवक की जीवों प्रति दया की लोग जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. गौरतलब है कि हिरण राजस्थान का राज्य पशु घोषित होने के साथ ही जोधपुर के विश्नोई बाहुल्य इलाके में ही बहुतायत देखा जा सकता है.
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विश्नोई समुदाय के लोग इनके संरक्षण का जिम्मा अपने बलबूते पर करते देखे जा सकते है. जिस कारण से राज्य में लुप्त होते वन्यजीव हिरणों के झुंड जोधपुर इलाके में ही देखने को मिलते है. इन जीवों का इस क्षेत्र में शिकार वर्जित किया हुआ है, जिसको लेकर कई जगह पर शिकार निषेध के बोर्ड भी लगे हुऐ है. चिलचिलाती धूप और गर्मी में राजस्थान का वो इलाका जहां पशु क्या मनुष्य को भी गला तर करने के लिए कभी-कभी विवश होना पड़ता है.
ऐसे में जंगल में विचरण करने वाले वन्यजीव खासकर हिरण जो दर-दर अपनी प्यास बुझाने के लिए भटकते रहते है. इन वन्यजीव हिरणों के लिए वन विभाग की ओर से कोई खास इंतजामात नहीं होते देख लाॅकडाउन में पर्यावरण प्रेमी छोटू सिंह ने जो ठाना वो काबिले तारीफ है.