जोधपुर. कोरोना के बिना लक्षणों के मरीजों के लिए होम क्वॉरेंटाइन बेहतर परिणाम दे रहा है. इससे सरकारी संसाधनों पर दबाव भी कम हो रहा है और मरीज को घर से दूर भी नहीं होना पड़ रहा है. यही कारण है कि, बीते 2 माह में जब से होम क्वॉरेंटाइन की सुविधा प्रारंभ हुई जोधपुर में 2500 रोगी घर पर ही ठीक हो चुके हैं. अभी तक 3600 से ज्यादा रोगियों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. 1100 मरीज उपचाररत हैं.
हालांकि, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी व्यवस्थाएं सुदृढ़ तरीके से की हुई है. जिसके तहत शहर को 9 जोन में बांट कर काम किया जा रहा है. जिसके तहत RRTM रैपिड रिस्पांस टीम कोरोना पॉजिटिव मरीज के घर की स्थिति को देखकर तय करती है कि, उसे घर पर रखा जाना चाहिए या नहीं है.
इसके अलावा ऐसे मरीजों की मॉनिटरिंग के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए है. जिसमें सोशल मीडिया के माध्यम से मरीजों के उपचार की जानकारी ली जा रही है. खास तौर से उनके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का स्तर एक निश्चित समय पर पोस्ट करना अनिवार्य किया गया है.
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CMHO डॉ. बलंवत मंडा बताते है कि, यह काम पूरे एक मैकेनिज्म तरीके से किया गया है. अगर किसी मरीज के घर पर पल्स ऑक्सीमीटर नहीं है, तो उसे प्रशासन उपलब्ध करवा रहा हैं. जिससे उसके स्वास्थ्य पर पूरी तरह नजर रखी जा सके. वर्तमान में जोधपुर शहर में 11 से ज्यादा मरीजो को होम क्वॉरेंटीन में रखे गए हैं.