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मंडावा में कांग्रेस का गढ़ बचेगा या भाजपा दोहराएगी प्रदर्शन...21 अक्टूबर को उपचुनाव - By-elections in Mandawa on October 21

हवेलियों और चित्रकारी के साथ ही बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए ख्यात मंडावा में उप चुनाव की घोषणा हो चुकी है. मंडावा के विधायक नरेंद्र कुमार खीचड़ के सांसद बन जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. जिस पर 21 अक्टूबर को मतदान होगा इसके बाद 24 अक्टूबर को परिणाम जारी कर दिया जाएगा.

By-election announcement in Mandawa, मंडावा में उपचुनाव की घोषणा
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Published : Sep 21, 2019, 4:45 PM IST

झुंझुनू. हवेलियों और चित्रकारी के साथ ही बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए ख्यात मंडावा में उप चुनाव की घोषणा हो चुकी है. मंडावा के विधायक नरेंद्र कुमार खीचड़ के सांसद बन जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. जिस पर 21 अक्टूबर को मतदान होगा इसके बाद 24 अक्टूबर को परिणाम जारी कर दिया जाएगा.

मंडावा में उपचुनाव की घोषणा

इसके साथ ही पूरे विधानसभा क्षेत्र में चुनाव का माहौल भी बन गया है. मंडावा की सीट एक तरफ झुंझुनू दूसरी तरफ नवलगढ़ और फतेहपुर के साथ ही अन्य छोर चूरू जिले से मिलता है. बता दें कि मंडावा विधानसभा का वर्ष 2018 से पहले यह रिकॉर्ड था कि यहां जनसंघ और भाजपा कभी जीत नहीं पाई थी. लेकिन राजस्थान विधानसभा 2018 में भाजपा के नरेंद्र कुमार खीचड़ ने यह मिथक तोड़ा था और करीब 2200 मतों से जीत हासिल की.

पढ़ें- झालावाड़: किसानों के खेतों को लील गईं नदियां...कटाव जारी

वहीं इस चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर जाट नेता रहे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी की पुत्री पूर्व विधायक रीटा चौधरी चुनाव हार गई थी. नरेंद्र कुमार खीचड़ इससे पहले भाजपा से बागी होकर भी तीन बार चुनाव लड़े थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार खीचड़ ने तीन लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज कर सांसद बन गए उन्होंने मंडावा विधानसभा से भी लगभग 23 हजार मतों की लीड हासिल की थी.

पूर्व प्रदेशध्यक्ष की जमानत हो चुकी है जब्त
यहां से कांग्रेस ने पूर्व विधायक रीटा चौधरी का टिकट काटकर वर्ष 2013 में पूर्व प्रदेशध्यक्ष डॉ. चंद्रभान को टिकट दिया गया था. जिसके बाद रीटा चौधरी ने बागी होकर चुनाव लड़ा और इसके चलते यहां डॉ. चंद्रभान की जमानत जप्त हो गई थी. वहीं नरेंद्र कुमार पहली बार निर्दलीय विधायक बने थे और रीटा चौधरी दूसरे स्थान पर रही थी.

झुंझुनू. हवेलियों और चित्रकारी के साथ ही बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए ख्यात मंडावा में उप चुनाव की घोषणा हो चुकी है. मंडावा के विधायक नरेंद्र कुमार खीचड़ के सांसद बन जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. जिस पर 21 अक्टूबर को मतदान होगा इसके बाद 24 अक्टूबर को परिणाम जारी कर दिया जाएगा.

मंडावा में उपचुनाव की घोषणा

इसके साथ ही पूरे विधानसभा क्षेत्र में चुनाव का माहौल भी बन गया है. मंडावा की सीट एक तरफ झुंझुनू दूसरी तरफ नवलगढ़ और फतेहपुर के साथ ही अन्य छोर चूरू जिले से मिलता है. बता दें कि मंडावा विधानसभा का वर्ष 2018 से पहले यह रिकॉर्ड था कि यहां जनसंघ और भाजपा कभी जीत नहीं पाई थी. लेकिन राजस्थान विधानसभा 2018 में भाजपा के नरेंद्र कुमार खीचड़ ने यह मिथक तोड़ा था और करीब 2200 मतों से जीत हासिल की.

पढ़ें- झालावाड़: किसानों के खेतों को लील गईं नदियां...कटाव जारी

वहीं इस चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर जाट नेता रहे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी की पुत्री पूर्व विधायक रीटा चौधरी चुनाव हार गई थी. नरेंद्र कुमार खीचड़ इससे पहले भाजपा से बागी होकर भी तीन बार चुनाव लड़े थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार खीचड़ ने तीन लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज कर सांसद बन गए उन्होंने मंडावा विधानसभा से भी लगभग 23 हजार मतों की लीड हासिल की थी.

पूर्व प्रदेशध्यक्ष की जमानत हो चुकी है जब्त
यहां से कांग्रेस ने पूर्व विधायक रीटा चौधरी का टिकट काटकर वर्ष 2013 में पूर्व प्रदेशध्यक्ष डॉ. चंद्रभान को टिकट दिया गया था. जिसके बाद रीटा चौधरी ने बागी होकर चुनाव लड़ा और इसके चलते यहां डॉ. चंद्रभान की जमानत जप्त हो गई थी. वहीं नरेंद्र कुमार पहली बार निर्दलीय विधायक बने थे और रीटा चौधरी दूसरे स्थान पर रही थी.

Intro:मंडावा की सीट हॉट सीट बन गई है क्योंकि राज्य सरकार के लिए भी यहां पर हार-जीत एक तरह से लिटमस टेस्ट की तरह है। सरकार चुनाव जीतकर यह साबित करने का प्रयास करेगी की जनता में उसका जादू बरकरार है।


Body:झुंझुनू। हवेलियों और चित्रकारी कई जानी बॉलीवुड पिक्चरों की शूटिंग के लिए ख्यात मंडावा में उप चुनाव की घोषणा हो चुकी है। मंडावा के विधायक नरेंद्र कुमार खीचड़ के सांसद बन जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी।जिस पर 21 अक्टूबर को मतदान होगा इसके बाद 24 अक्टूबर को परिणाम जारी कर दिया जाएगा इसके साथ ही पूरे विधानसभा क्षेत्र में चुनाव का माहौल भी बन गया है। मंडावा की सीट एक तरफ झुंझुनू दूसरी तरफ नवलगढ़ और फतेहपुर अन्य छोर चूरू जिले से मिलता है।

गढ़ रहा है कांग्रेस का गढ़

मंडावा विधानसभा का वर्ष 2018 से पहले यह रिकॉर्ड था कि यहां जनसंघ से लेकर भाजपा अपने इतिहास तक कभी नहीं जीत पाई थी। राजस्थान विधानसभा के 2018 में भाजपा के नरेंद्र कुमार खीचड़ ने यह मिथक तोड़ा था और करीब 2200 मतों से जीत हासिल की थी। वही इस चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर जाट नेता रहे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी की पुत्री पूर्व विधायक रीटा चौधरी चुनाव हार गई थी। नरेंद्र कुमार खीचड़ इससे पहले भाजपा से बागी होकर भी तीन बार चुनाव लड़ा था। इस बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार खीचड़ ने तीन लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज कर सांसद बन गए उन्होंने मंडावा विधानसभा से भी लगभग 23000 मतों की लीड हासिल की थी।

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष की जमानत हो चुकी है जब्त

यहां से कांग्रेस ने पूर्व विधायक रीटा चौधरी का टिकट काटकर वर्ष 2013 में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ चंद्रभान को टिकट दिया गया था। इसमें रीटा चौधरी ने बागी होकर चुनाव लड़ा था इसके चलते यहां डॉ चंद्रभान की जमानत जप्त हो गई थी। वहीं नरेंद्र कुमार पहली बार निर्दलीय विधायक बने थे,
वहीं रीटा चौधरी दूसरे स्थान पर रही थी।


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