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झुंझुनूः देरवाला पहाड़ी पर खनन के विरोध मामले में आया नया मोड़, ग्रामीण बोले असामाजिक तत्व कर रहे परेशान

जिस भी क्षेत्र में खनन होता है तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है. देरवाला पहाड़ी में कई सालों से लीज धारक खनन कर रहे हैं लेकिन गत दिनों यहां विरोध हो रहा था. अब ग्रामीण एकत्रित होकर आरोप लगा रहे हैं कि असामाजिक तत्व ही विरोध कर रहे हैं और इससे उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है.

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देरवाला पहाड़ी मामलाः ग्रामीण बोले असामाजिक तत्व कर रहे परेशान
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Published : Dec 5, 2019, 11:04 PM IST

झुंझुनू. देरवाला पहाड़ी खनन में लीज धारक के खिलाफ विरोध के मामले में नया मोड़ आ गया है और ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर लीज को चलाने की मांग की है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कुछ असामाजिक तत्व लीज का विरोध कर रहे हैं और इस वजह से उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है.

देरवाला पहाड़ी मामलाः ग्रामीण बोले असामाजिक तत्व कर रहे परेशान

ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए कहा है कि वे खनन में रोजगार के लिए जाते हैं और असामाजिक तत्व उन्हें रास्ते में रोकते हैं. खनन कार्य में उनके ट्रैक्टर भी लगे हुए हैं उनमें जब वे सामान भरकर ले जाते हैं तो रास्ते में पत्थर आदि खाली करवा देते हैं. इस वजह से गांव वालों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है और उनका सालों से चला आ रहा रोजगार संकट में आ गया है.

पढ़ेंः झुंझुनू में पिलानी नगर पालिका के नव-निर्वाचित चेयरमैन ने संभाला कार्यभार

यह था मामला-
गौरतलब है कि कई दिनों से कुछ लोग लगातार खनन का विरोध करते आ रहे हैं और वे लीजधारक कई बार आमने-सामने भी हो चुके हैं. ऐसे में यह पुलिस प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है और मौके पर पहुंचकर धारकों को सुरक्षा उपलब्ध करवानी पड़ती है. साथ ही बीच में कोई समझौता भी हुआ था, लेकिन इसे लेकर लगातार विरोधाभास की स्थिति बनी रहती है.

झुंझुनू. देरवाला पहाड़ी खनन में लीज धारक के खिलाफ विरोध के मामले में नया मोड़ आ गया है और ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर लीज को चलाने की मांग की है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कुछ असामाजिक तत्व लीज का विरोध कर रहे हैं और इस वजह से उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है.

देरवाला पहाड़ी मामलाः ग्रामीण बोले असामाजिक तत्व कर रहे परेशान

ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए कहा है कि वे खनन में रोजगार के लिए जाते हैं और असामाजिक तत्व उन्हें रास्ते में रोकते हैं. खनन कार्य में उनके ट्रैक्टर भी लगे हुए हैं उनमें जब वे सामान भरकर ले जाते हैं तो रास्ते में पत्थर आदि खाली करवा देते हैं. इस वजह से गांव वालों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है और उनका सालों से चला आ रहा रोजगार संकट में आ गया है.

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यह था मामला-
गौरतलब है कि कई दिनों से कुछ लोग लगातार खनन का विरोध करते आ रहे हैं और वे लीजधारक कई बार आमने-सामने भी हो चुके हैं. ऐसे में यह पुलिस प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है और मौके पर पहुंचकर धारकों को सुरक्षा उपलब्ध करवानी पड़ती है. साथ ही बीच में कोई समझौता भी हुआ था, लेकिन इसे लेकर लगातार विरोधाभास की स्थिति बनी रहती है.

Intro:जिस भी क्षेत्र में खनन होता है तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है देर वाला पहाड़ी में कई सालों से लीज धारक खनन कर रहे हैं लेकिन गत दिनों यहां विरोध हो रहा था। अब ग्रामीण एकत्रित होकर आरोप लगा रहे हैं कि असामाजिक तत्व ही विरोध कर रहे हैं और इससे उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है।


Body:झुंझुनू। देरवाला पहाड़ी खनन में लीज धारक के खिलाफ विरोध के मामले में नया मोड़ आ गया है और ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर लीज को चलाने की मांग की है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कुछ असामाजिक तत्व लीज का विरोध कर रहे हैं और इस वजह से उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए कहा है कि वे खनन में रोजगार के लिए जाते हैं और असामाजिक तत्व उन्हें रास्ते में रोकते हैं। खनन कार्य में उनके ट्रैक्टर भी लगे हुए हैं उनमें जब वे सामान भरकर ले जाते हैं तो रास्ते में पत्थर आदि खाली करवा देते हैं इस वजह से गांव वालों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है और उनका सालों से चला आ रहा रोजगार संकट में आ गया है।

यह था मामला
गौरतलब है कि कई दिनों से कुछ लोग लगातार खनन का विरोध करते आ रहे हैं और वे तथा लीजधारक कई बार आमने सामने भी हो चुके हैं। ऐसे में यह पुलिस प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है और मौके पर पहुंचकर धारको को सुरक्षा उपलब्ध करवानी पड़ती है बीच में कोई समझौता भी हुआ था लेकिन इसे लेकर लगातार विरोधाभास की स्थिति बनी रहती है।

बाइट दौलत महला, ग्रामीण


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