झुंझुनू . जिले के निजामपुर तन ओजटू के युवक निकेश मेघवाल की हत्याकांड के खुलासे सहित दलित समाज के खिलाफ हुए मामलों को लेकर समाज के प्रतिनिधियों ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. समाज के लोगों ने कहा कि गत दिनों में झुंझुनू में दलित समाज के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय खंड मैं किशनपुरा में एक समाज विशेष की ओर से दलित समाज पर तलवारों से हमले के विरोध में वहां पर पहले से ही धरना चल रहा है. इस बीच निकेश मेघवाल की हत्या को भी डेढ़ माह से ऊपर हो गया है, लेकिन अभी तक पुलिस उसके आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है.
राजस्थान मेघवाल चेतना संस्थान के झुंझुनू जिला के उपाध्यक्ष सुनील नारोलिया ने कहा कि एक माह में 6 से अधिक मामले दलित अत्याचार के हो चुके हैं. लेकिन इनमें से किसी में भी कार्रवाई नहीं हुई है. इससे पहले भी समाज की ओर से चिड़ावा एसडीम कार्यालय के बाहर धरना देकर निकेश हत्याकांड को खोलने की मांग की गई थी. उस समय पुलिस के आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया गया था. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई ना होने से समाज के लोग वापस आंदोलन पर उतारू हो गए हैं.
गौरतलब है कि 28 अप्रैल की रात निकेश अपने खेत के पड़ोसी वजीर के घर पर सोया था, जो उसका दोस्त भी था. दूसरे दिन सुबह निकेश चारपाई पर मृत मिला, उसकी नाक से खून बह रहा था. मृतक के पिता ने पहले इस मामले में मृग की रिपोर्ट दी और बाद में हत्या का मामला दर्ज किया गया. जिसमें निकेश की हत्या के पीछे वजीर और उसके परिवार के हाथ होने का शक बताया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी निकेश की मौत दम घुटने से होने की जानकारी आई थी.