झुंझुनू. दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में किसानों की ओर से शुक्रवार को झुंझुनू जिला मुख्यालय पर मशाल जुलूस निकाला गया और नारेबाजी करते हुए किसानों ने तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग की. वहीं, किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में जिला कलेक्टर झुंझुनू के सामने दिया जा रहा धरना 34वें दिन श्री बचन सिंह मीणा मालसर की अध्यक्षता में जारी रहा.
संस्थाओं के गलत तरीके से उपयोग का आरोप
धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार सभी संवैधानिक संस्थाओं का गलत तरीके से इस्तेमाल करके किसान आंदोलन का खत्म करने का काम कर रहे हैं, लेकिन किसान आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है. उसे किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं किया जा सकेगा. संयुक्त किसान मोर्चा शाखा झुंझुनू ने आन्दोलन को तेज करने के लिए गांवों में जनजागरण अभियान करेगा. जिसके लिए टीमों का गठन किया गया है जो गांवों में सभाओं का आयोजन कर काले कानूनों के बारे में किसानों और आम जनता को जागरूक करेगी.
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बढ़ाया जा रहा है जनसंपर्क
मोर्चा शाखा झुंझुनू ने आन्दोलन को तेज करने के लिए गांवों में 26 जनवरी को दिल्ली मार्च कूच करेंगे, जिसके लिए जनसंपर्क तेज किया जा रहा है. 26 जनवरी को दिल्ली मार्च में जिले के किसान मजदूर और आम जनता अपने ट्रैक्टर ट्राली लेकर कूच करेंगे. किसान विरोधी काले कानूनों के विरोध में शुक्रवार को सायंकाल को रोड़वेज बस स्टेणड से शहीद स्मारक झुंझुनू तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा और 26 जनवरी को दिल्ली मार्च में शामिल होने की अपील करेंगे.