चिड़ावा (झुंझुनू). जिले के चिड़ावा कस्बे के नजदीक सुल्ताना गांव में बना राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय उद्घाटन के इंतजार में बंद पड़ा है. आचार संहिता के चलते राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय का उद्घाटन नहीं हो पा रहा है. जिसके कारण मरीजों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है. साथ ही इस कारण मरीजों को नि:शुल्क दवा योजना का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है.
बता दें कि सुल्ताना और आस-पास के एक दर्जन से भी अधिक गांवों के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दर-दर भटकना पड़ रहा है. जिले में आचार संहिता के चलते राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय का उद्घाटन नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते मरीज परेशान हैं. पहले जहां मंडावा उपचुनाव के चलते आचार संहिता लगी थी तो अब नगर निकाय चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई है. ऐसे में नवनिर्मित भवन उद्घाटन की बाट जोह रहा है. वहीं औषधालय भवन में मरीज तो आते हैं, लेकिन भवन पर लगे ताले को देखकर मायूस होकर मरीज लौट जाते हैं.
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बता दें कि राजकीय आयुर्वेद औषधालय का शुभारंभ नहीं होने के अभाव में मरीजों को निजी क्लिनीक और झोलाझाप डॉक्टरों के यहां जाना पड़ रहा है. जहां मरीजों कों मोटी फीस डॉक्टरों को देनी पड़ रही है. ऐसे में आर्थिक स्थिति से कमजोर मरीजों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.