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'सेफ टच, अनसेफ टच' की थीम के साथ राज्य में की जा रही है अभिनव पहल, झुंझुनू के कई स्कूलों में हुआ कार्यक्रम - झुंझुनू न्यूज

झुंझुनू में मासूम बच्चों के साथ हो रहे दुष्कर्म, यौन शोषण और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए के लिए ‘स्पर्श‘ अभियान की शुरूआत की गई है. इसके तहत राज्य के 10 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं. जिसमे एक लाख से अधिक बच्चों को स्पर्श अभियान के जरिये गुड टच-बेड टच की जानकारी दी जा चुकी हैं.

गुड टच-बेड टच की परख, Good touch-bed touch test
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Published : Nov 23, 2019, 2:03 PM IST

झुंझुनू. जिले में बच्चों के साथ हो रही छेड़छाड़ और यौन शोषण की रोकथाम को लेकर सीनियर आईएएस नवीन जैन की ओर से राज्य में जागरूकता अभियान शुरु किया गया. इस कड़ी में ‘स्पर्श’ की टीम शनिवार को झुंझुनू में आई और आईएएस नवीन जैन सहित उनकी टीम जिला मुख्यालय सहित नवलगढ़, डूंडलोद, पिलानी, चिड़ावा,सूरजगढ़ आदि जगहों पर करीब दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किया.

‘स्पर्श‘ अभियान की हुई शुरुआत

सामाजिक सरोकार का यह अभियान में जिला प्रशासन सहित चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग, श्रम और रोजगार, महिला अधिकारिता आदि विभागों के समन्वय से आयोजित हुआ. इन कार्यक्रमों में शिक्षा विभाग का भी अहम सहयोग रहा. जिले के अधिकारियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और सरकारी सहित निजी स्कूलों ने इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए गुड टच, बैड टच कार्यक्रम पूरे जिले में करवाने की बात कही.

पढ़ेंः फणनवीस के राजतिलक पर गहलोत का बयान, बोले- इस तरह छिपकर शपथ दिलाना कौन सी नैतिकता

तैयार की गई है जिला स्तरीय टीम

इसके लिए जिला स्तरीय टीम तैयार की गई, जिन्हें आईएएस नवीन जैन ने शनिवार को समसपुर रोड़ स्थित निजी स्कूल के ऑडिटोरियम में सुबह 8 से 9 बजे तक प्रशिक्षण दिया. इसके बाद यही से प्रथम सत्र देकर अभियान की जिले में शुरुआत हुई.

स्पर्श अभियान में कोई भी इच्छुक व्यक्ति जुड़ कर वोलियन्टर के रूप में बच्चों को गुड टच-बेड टच की जानकारी देकर उन्हें बाल यौन शोषण से बचा सकता है. इसके लिए जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरुणा शर्मा, चिकित्सा विभाग के जिला आईईसी समन्वयक डॉ महेश कुमार, शिक्षा विभाग के एडीईओ कमलेश तेतरवाल से सम्पर्क किया जा सकता है.

जैन ने बताया कि मासूम बच्चों के साथ हो रहे दुष्कर्म, यौन शोषण और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए के लिए ‘स्पर्श‘ अभियान की शुरूआत राज्य में की गई है. इसके तहत राज्य के 10 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं. जिसमे एक लाख से अधिक बच्चों को स्पर्श अभियान के जरिये गुड टच-बेड टच की जानकारी दी जा चुकी हैं.

झुंझुनू के 2 दर्जन से अधिक स्कूलों में हुआ कार्यक्रम

इसी कड़ी में शनिवार को झुंझुनूं जिले के दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गया. उल्लेखनीय हैं कि नवीन जैन ने इससे पूर्व लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए भी "डॉटर्स आर प्रिशियस" नामक जन जागरूकता का अभियान चलाया था. जो बहुत अधिक सफल बना उसी की बदौलत राज्य के बाल लिंगानुपात में अपेक्षित सुधार सम्भव हो सका.

पढ़ेंः अन्य सेवाओं से IAS में प्रमोशन का मामला: RAS एसोसिएशन की आपत्ति खारिज, एसीएस होम की अध्यक्षता में चयन प्रक्रिया शुरू

ऐसे में आईएएस नवीन जैन ने बताया कि डेप की भांति स्पर्श भी बाल यौन शोषण और उत्पीड़न की रोकथाम में नीव का पत्थर साबित होगा. अब तक इस अभियान में उत्साहजनक नतीजे सामने आ रहे. स्पर्श को लेकर बच्चों सहित सभी में क्रेज देखने को मिल रहा है.

झुंझुनू. जिले में बच्चों के साथ हो रही छेड़छाड़ और यौन शोषण की रोकथाम को लेकर सीनियर आईएएस नवीन जैन की ओर से राज्य में जागरूकता अभियान शुरु किया गया. इस कड़ी में ‘स्पर्श’ की टीम शनिवार को झुंझुनू में आई और आईएएस नवीन जैन सहित उनकी टीम जिला मुख्यालय सहित नवलगढ़, डूंडलोद, पिलानी, चिड़ावा,सूरजगढ़ आदि जगहों पर करीब दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किया.

‘स्पर्श‘ अभियान की हुई शुरुआत

सामाजिक सरोकार का यह अभियान में जिला प्रशासन सहित चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग, श्रम और रोजगार, महिला अधिकारिता आदि विभागों के समन्वय से आयोजित हुआ. इन कार्यक्रमों में शिक्षा विभाग का भी अहम सहयोग रहा. जिले के अधिकारियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और सरकारी सहित निजी स्कूलों ने इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए गुड टच, बैड टच कार्यक्रम पूरे जिले में करवाने की बात कही.

पढ़ेंः फणनवीस के राजतिलक पर गहलोत का बयान, बोले- इस तरह छिपकर शपथ दिलाना कौन सी नैतिकता

तैयार की गई है जिला स्तरीय टीम

इसके लिए जिला स्तरीय टीम तैयार की गई, जिन्हें आईएएस नवीन जैन ने शनिवार को समसपुर रोड़ स्थित निजी स्कूल के ऑडिटोरियम में सुबह 8 से 9 बजे तक प्रशिक्षण दिया. इसके बाद यही से प्रथम सत्र देकर अभियान की जिले में शुरुआत हुई.

स्पर्श अभियान में कोई भी इच्छुक व्यक्ति जुड़ कर वोलियन्टर के रूप में बच्चों को गुड टच-बेड टच की जानकारी देकर उन्हें बाल यौन शोषण से बचा सकता है. इसके लिए जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरुणा शर्मा, चिकित्सा विभाग के जिला आईईसी समन्वयक डॉ महेश कुमार, शिक्षा विभाग के एडीईओ कमलेश तेतरवाल से सम्पर्क किया जा सकता है.

जैन ने बताया कि मासूम बच्चों के साथ हो रहे दुष्कर्म, यौन शोषण और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए के लिए ‘स्पर्श‘ अभियान की शुरूआत राज्य में की गई है. इसके तहत राज्य के 10 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं. जिसमे एक लाख से अधिक बच्चों को स्पर्श अभियान के जरिये गुड टच-बेड टच की जानकारी दी जा चुकी हैं.

झुंझुनू के 2 दर्जन से अधिक स्कूलों में हुआ कार्यक्रम

इसी कड़ी में शनिवार को झुंझुनूं जिले के दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गया. उल्लेखनीय हैं कि नवीन जैन ने इससे पूर्व लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए भी "डॉटर्स आर प्रिशियस" नामक जन जागरूकता का अभियान चलाया था. जो बहुत अधिक सफल बना उसी की बदौलत राज्य के बाल लिंगानुपात में अपेक्षित सुधार सम्भव हो सका.

पढ़ेंः अन्य सेवाओं से IAS में प्रमोशन का मामला: RAS एसोसिएशन की आपत्ति खारिज, एसीएस होम की अध्यक्षता में चयन प्रक्रिया शुरू

ऐसे में आईएएस नवीन जैन ने बताया कि डेप की भांति स्पर्श भी बाल यौन शोषण और उत्पीड़न की रोकथाम में नीव का पत्थर साबित होगा. अब तक इस अभियान में उत्साहजनक नतीजे सामने आ रहे. स्पर्श को लेकर बच्चों सहित सभी में क्रेज देखने को मिल रहा है.

Intro:

झुंझुनूं। नौनिहालों व बच्चों के साथ हो रही छेड़छाड़ व यौन शोषण रोकथाम को लेकर सीनियर आईएएस नवीन जैन की ओर से राज्य में शुरू किए गए जागरूकता अभियान ‘स्पर्श’ की टीम आज झुंझुनूं में आई और आईएएस नवीन जैन सहित उनकी टीम जिला मुख्यालय सहित नवलगढ़, डूंडलोद, पिलानी, चिड़ावा,सूरजगढ़ आदि जगहों पर करीब दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किया। सामाजिक सरोकार का यह अभियान में जिला प्रशासन सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, श्रम एवं रोजगार, महिला अधिकारिता आदि विभागों के समन्वय से कार्यक्रम आयोजित हुआ। इन कार्यक्रमों में शिक्षा विभाग का भी अहम सहयोग रहा। जिले के अधिकारियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं सरकारी सहित निजी स्कूलों ने इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए गुड टच, बैड टच कार्यक्रम पूरे जिले में करवाने की बात कही ।
तैयार की गई है जिला स्तरीय टीम

इसके लिए जिला स्तरीय टीम तैयार की गई, जिन्हें आईएएस नवीन जैन ने आज समसपुर रोड़ स्थित निजी स्कूल के ऑडिटोरियम में प्रातः 8 से 9 बजे तक प्रशिक्षण दिया। इसके बाद यही से प्रथम सत्र देकर अभियान की जिले में शुरुआत हुई। स्पर्श अभियान में कोई भी इच्छुक व्यक्ति जुड़ कर वोलियन्टर के रूप में बच्चों को गुड टच बेड टच की जानकारी देकर उन्हें बाल यौन शोषण से बचा सकता है। इसके लिए जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरुणा शर्मा, चिकित्सा विभाग के जिला आईईसी समन्वयक डॉ महेश कुमार, शिक्षा विभाग के एडीईओ कमलेश तेतरवाल से सम्पर्क किया जा सकता है।
जैन ने बताया कि मासूम बच्चों के साथ हो रहे दुष्कर्म, यौन शोषण व छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए के लिए ‘स्पर्श‘ अभियान की शुरूआत राज्य में की गई है। इसके तहत राज्य के 10 से अधिक जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं जिसमे एक लाख से अधिक बच्चों को स्पर्श अभियान के जरिये गुड टच बेड टच की जानकारी दी जा चुकी हैं Body:झुंझुनू के 2 दर्जन से अधिक स्कूलों में हुआ कार्यक्रम


इसी कड़ी में आज झुंझुनूं जिले की दो दर्जन से अधिक स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए गया। उल्लेखनीय हैं कि नवीन जैन ने इससे पूर्व लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए भी "डॉटर्स आर प्रिशियस" नामक जन जागरूकता का अभियान चलाया था जो बहुत अधिक सफल बना उसी की बदौलत राज्य के बाल लिंगानुपात में अपेक्षित सुधार सम्भव हो सका । आईएएस नवीन जैन ने बताया कि डेप की भांति स्पर्श भी बाल यौन शोषण व उत्पीड़न की रोकथाम में नीव का पत्थर साबित होगा अब तक इस अभियान में उत्साहजनक नतीजे सामने आ रहे। स्पर्श को लेकर बच्चों सहित सभी मे क्रेज देखने को मिल रहा है।


बाईट आईएएस नवीन जैनConclusion:
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