ETV Bharat / state

झुंझुनू के हरड़िया गांव का लाल राजेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर में शहीद - झुंझुनू के हरडिया गांव का सैनिक

झुंझुनू जिले के हरड़िया गांव में रहने वाले सैनिक राजेंद्र सिंह कश्मीर में ड्यूटी के दौरान हिमस्खलन का शिकार हो शहीद हो गए हैं. राजेंद्र कश्मीर में जाट रेजीमेंट में तैनात थे.

Soldier Rajendra Singh of Hardiya, सैनिक राजेंद्र सिंह कश्मीर में शहीद
झुंझुनू के हरड़िया गांव का लाल राजेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर में शहीद.
author img

By

Published : Dec 5, 2019, 11:02 PM IST

खेतड़ी (झुंझुनू). बॉर्डर पर देश की सेवा कर देश के लिए शहादत देने वाले रणबांकुरे शेखावाटी झुंझुनू जिले के जवान सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े दिखाई देते हैं. उसी परंपरा को बरकरार रखने के लिए जिले के खेतड़ी उपखंड के हरड़िया के लाडले ने उस लंबी फेहरिस्त में अपना नाम बुधवार देर शाम दर्ज करवा दिया. राजेंद्र सिंह उत्तरी कश्मीर के तंगधार में हिमस्खलन होने से शहीद हो गए उनके साथ कार्यरत उनके मित्र चूरू जिले के साहवा तहसील के कमल कुमार भी शहीद हो गए.

झुंझुनू के हरड़िया गांव का लाल राजेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर में शहीद.

हरड़िया की ढाणी ढहरवाला के रहने वाले राजेंद्र सिंह उत्तरी कश्मीर तंगधार में जाट रेजीमेंट 2 हवलदार के पद पर कार्यरत थे. 2001 में देश सेवा करने के लिए जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे. जम्मू-कश्मीर के तंगधार इलाके में हिमस्खलन की हुई घटनाओ में खेतड़ी तहसील का जवान देश के लिए शहीद हो गया है. शहीद राजेंद्र सिंह हरड़िया पंचायत के ढाणी ढहरवाला के रहने वाले थे जो करीब 15 दिन पूर्व ही डयूटी पर गए थे.

शहीद के चाचा जगदीश सिंह ने बताया कि उनका भतीजा राजेंद्र सिंह पिछले करीब आठ साल से जम्मू-कश्मीर में ही तैनात होकर देश सेवा कर रहा था. वह दो माह की ट्रैनिंग में दिल्ली आया हुआ था, जिसके बाद वह करीब दस दिन की छुट्टी काटकर 15 दिन पूर्व ही जम्मू-कश्मीर के तंगधार गया था.

ये भी पढे़ं: सिरोही में खेलते समय बोलवेल में गिरा 4 साल का मासूम, रेस्क्यू जारी

चाचा जगदीश सिंह के अनुसार राजेंद्र सिंह का विवाह गोरधनपुरा निवासी सरोज देवी के साथ 2003 में हुआ था. अभी तक शहीद के बारे में उनकी पत्नी को कोई जानकारी नहीं दी गई है. राजेंद्र सिंह के एक 14 वर्ष की बेटी अंशु है जो कैरवाली की एसएमपी स्कूल में आठवी कक्षा में पढ़ती है. उनके एक चार माह का बेटा है. शहीद राजेंद्र सिंह के पिता रोहताश कृष्णिया का करीब आठ साल पूर्व और माता रजकौरी का करीब तीन साल पूर्व देहांत हो चुका है. शहीद राजेंद्र सिंह एक छोटा भाई किशनलाल है जो गांव में ही रहकर खेती का काम करता है.

खेतड़ी (झुंझुनू). बॉर्डर पर देश की सेवा कर देश के लिए शहादत देने वाले रणबांकुरे शेखावाटी झुंझुनू जिले के जवान सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े दिखाई देते हैं. उसी परंपरा को बरकरार रखने के लिए जिले के खेतड़ी उपखंड के हरड़िया के लाडले ने उस लंबी फेहरिस्त में अपना नाम बुधवार देर शाम दर्ज करवा दिया. राजेंद्र सिंह उत्तरी कश्मीर के तंगधार में हिमस्खलन होने से शहीद हो गए उनके साथ कार्यरत उनके मित्र चूरू जिले के साहवा तहसील के कमल कुमार भी शहीद हो गए.

झुंझुनू के हरड़िया गांव का लाल राजेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर में शहीद.

हरड़िया की ढाणी ढहरवाला के रहने वाले राजेंद्र सिंह उत्तरी कश्मीर तंगधार में जाट रेजीमेंट 2 हवलदार के पद पर कार्यरत थे. 2001 में देश सेवा करने के लिए जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे. जम्मू-कश्मीर के तंगधार इलाके में हिमस्खलन की हुई घटनाओ में खेतड़ी तहसील का जवान देश के लिए शहीद हो गया है. शहीद राजेंद्र सिंह हरड़िया पंचायत के ढाणी ढहरवाला के रहने वाले थे जो करीब 15 दिन पूर्व ही डयूटी पर गए थे.

शहीद के चाचा जगदीश सिंह ने बताया कि उनका भतीजा राजेंद्र सिंह पिछले करीब आठ साल से जम्मू-कश्मीर में ही तैनात होकर देश सेवा कर रहा था. वह दो माह की ट्रैनिंग में दिल्ली आया हुआ था, जिसके बाद वह करीब दस दिन की छुट्टी काटकर 15 दिन पूर्व ही जम्मू-कश्मीर के तंगधार गया था.

ये भी पढे़ं: सिरोही में खेलते समय बोलवेल में गिरा 4 साल का मासूम, रेस्क्यू जारी

चाचा जगदीश सिंह के अनुसार राजेंद्र सिंह का विवाह गोरधनपुरा निवासी सरोज देवी के साथ 2003 में हुआ था. अभी तक शहीद के बारे में उनकी पत्नी को कोई जानकारी नहीं दी गई है. राजेंद्र सिंह के एक 14 वर्ष की बेटी अंशु है जो कैरवाली की एसएमपी स्कूल में आठवी कक्षा में पढ़ती है. उनके एक चार माह का बेटा है. शहीद राजेंद्र सिंह के पिता रोहताश कृष्णिया का करीब आठ साल पूर्व और माता रजकौरी का करीब तीन साल पूर्व देहांत हो चुका है. शहीद राजेंद्र सिंह एक छोटा भाई किशनलाल है जो गांव में ही रहकर खेती का काम करता है.

Intro:Body:खेतड़ी(झुंझुनू)

हरडिया गांव का सैनिक हुआ शहीद
कश्मीर में हिमस्खलन से हुआ है शहीद
राजेंद्र सिंह कश्मीर में जाट रेजीमेंट में था तैनात
शाम तक पार्थिव देह आने की संभावना
खेतड़ी/ झुंझुनू
बॉर्डर पर देश की सेवा कर देश के लिए शहादत देने वाले रणबांकुरे शेखावाटी झुंझुनू जिले के जवान सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े दिखाई देते हैं उसी परंपरा को बरकरार रखने के लिए जिले के खेतड़ी उपखंड के हरड़िया के लाडले ने उस लंबी फेहरिस्त में अपना नाम बुधवार देर शाम दर्ज करवा दिया। राजेंद्र सिंह उत्तरी कश्मीर के तंगधार में हिमस्खलन होने से शहीद हो गए उनके साथ कार्यरत उनके मित्र चूरू जिले के साहवा तहसील के कमल कुमार भी शहीद हो गए ।हरडिया की ढाणी ढहरवाला के रहने वाले राजेंद्र सिंह उत्तरी कश्मीर तंगधार में जाट रेजीमेंट 2 हवलदार के पद पर कार्यरत थे वे 2001 में देश सेवा करने के लिए जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। जम्मु कश्मीर के तंगधार ईलाके में हिमस्खलन की हुई घटनाओ में खेतड़ी तहसील का जवान देश के लिए शहीद हो गया। शहीद राजेंद्र सिंह हरड़िया पंचायत के ढाणी ढहरवाला का रहने वाले थे जो करीब 15 दिन पूर्व ही डयूटी पर गए थे। शहीद का शव गुरूवार को उनके पैतृक गांव में नही पहुंच पाया तथा हर कोई शहीद के शव आने की उम्मीद में बैठे हुए है। शहीद के चाचा जगदीश सिंह ने बताया कि उनके भतीजा राजेंद्र सिंह पिछले करीब आठ साल से जम्मु कश्मीर में ही तैनात होकर देश सेवा कर रहा था। वह दो माह की ट्रैनिंग में दिल्ली आया हुआ था, जिसके बाद वह करीब दस दिन की छुट्टी काटकर 15 दिन पूर्व ही जम्मु कश्मीर के तंगधार गया था। शहीद राजेंद्र सिंह जाते समय अबकी बार छुट्टी आने पर बेटे के जन्मोत्सव पर प्रतिभोज समारोह कार्यक्रम आयोजित करने की बात कह कर गया था लेकिन बेटे के मोह से ज्यादा देश सेवा का मोह इतना भा गया कि राजेंद्र ने हंसते-हंसते देश सेवा में अपनी जान निछावर कर दी।

शहीद राजेंद्र सिंह की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंचने के लिए हर कोई व्यक्ति नम आंखों से इंतजार कर रहा है तथा इस संबंध में खेतड़ी उपखंड के प्रशासनिक व पुलिस महकमा को अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है उपखंड अधिकारी शिवपाल जाट ने बताया कि शहीद राजेंद्र सिंह के बारे में अभी ऑफीशियली कोई सूचना नहीं मिल पाई है लेकिन ग्रामीणों और मीडिया के माध्यम से मिल रही जानकारी के अनुसार शहीद की पार्थिव देह कल तक आने की संभावना है आला अधिकारियों को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है और जल्द ही मैं स्वयं जाकर शहीद के पैतृक गांव का जायजा लूंगा।

चाचा जगदीश सिंह के अनुसार राजेंद्र सिंह का विवाह गोरधनपुरा निवासी सरोज देवी के साथ 2003 में हुआ था। अभी तक शहीद के बारे में उनकी पत्नी को कोई जानकारी नहीं दी गई है। राजेंद्र सिंह के एक 14 वर्ष की बेटी अंशु है जो कैरवाली की एसएमपी स्कूल में आठवी कक्षा में पढ़ती है। उनके एक चार माह का बेटा है। शहीद राजेंद्र सिंह के पिता रोहताश कृष्णिया का करीब आठ साल पूर्व तथा माता रजकौरी का करीब तीन साल पूर्व देहांत हो चुका है। शहीद राजेंद्र सिंह एक छोटा भाई किशनलाल है जो गांव में ही रहकर खेती बाड़ी का कार्य करता ।

बाईट:-
जगदीश शहीद का चाचा
शंकर सिंह,ग्रामीण Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.