खेतड़ी/झुंझुनू. जिले में बदमाशों के हौंसले किस कदर हावी है ये सोमवार को सिंघाना कस्बे में देखने के मिला. जहां बदमाशों ने एक दुकानदार की दुकान पर जमकर उत्पात मचाया और तोड़फोड़ कर लाखों का सामान भी लूटकर ले गए. जिले के सिंघाना कस्बे के सर्किल पर रविवार रात को करीबन 18 लोगों ने जेसीबी लेकर एक दूकान में तोडफोड़ की और दुकान का सामान बाहर फैंक दिया. बदमाशों ने दूकान संचालक और दो अन्य के साथ मारपीट कर भी की. जिससे दूकान संचालक की हालत गंभीर होने पर अस्पताल में उपचार करवाया गया.
इस संबंध में दुकान संचालक कैलाश चंद्र शर्मा ने थाने में तीन नामजद और तीस अन्य लोगों के खिलाफ दुकान को तोड़ने, मारपीट करने और पच्चीस हजार रूपए ले जाने का का मामला दर्ज करवाया है.
जानकारी के अनुसार गांव सागा हाल आबाद बनवास वार्ड नम्बर 14 निवासी कैलाशचंद शर्मा नारनौल बाइपास सर्किल पर किराने और चाय की दूकान करता था. रविवार रात करीब ढाई बजे तीन-चार गाड़ियों में बलबीर पुत्र लीलधार गुर्जर निवासी गुजरवास, सतवीर पुत्र सोहनालाल निवासी गलदरियों की ढाणी तन तातीजा, दुर्गाप्रसाद पुत्र झाबरमल निवासी सांतडिया और 30-35 लोग तीन-चार गाड़ियों और जेसीबी, ट्रैक्टर-ट्राली लेकर दुकान पर आए. उनके हाथों में लकड़ी, सरिया, राड और धारदार हथियार थे. उन्होंने आते ही मारपीट की. उन्होंने दुकान में उसकी पत्नी के साथ भी मारपीट की व उसके कपड़े फाड़ दिए.
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बदमाशों ने पहले तो जेसीबी से दूकान को तोड़ना शुरू कर दिया, जिसका विरोध किया तो उन्होनें कैलाशचंद पत्नी व रजनीश के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. शोर-शराबा होने पर आस-पास के लोग आए तो आरोपी जाते समय दुकान के बाहर आग लगाकर फरार हो गए. घटना की सूचना पर खेतड़ीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया. मारपीट के दौरान कैलाशचंद के घायल होने पर उसे सिंघाना के राजकीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार किया जा रहा है.
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नारनौल बाइपास पर बनी दूकान को झगड़े का मुख्य कारण माना जा रहा है. दूकान को लेकर पहले भी कई बार झगड़े हो चुके है. मारपीट करने वाले आरोपियों ने दूकान के पीछे जमीन खरीद रखी है और वे दूकान की जगह से रास्ता निकालना चाहते है. उनका कहना है कि दूकान अवैध है. जबकि दूकान संचालक कैलाशचंद शर्मा के अनुसार उसके पास पंचायत का पट्टा है. वह पिछले तीस साल से यहां दूकान चला रहा है. कैलाश चंद्र ने बताया आरोपी दुकान हटाने के लिए बार-बार जान से मारने की धमकियां दे रहे थे. कई बार पुलिस को भी सूचना दी गई है. फिलहाल दुकान का मामला सिविल कोर्ट में विचाराधीन है.