झुंझुनूं. लॉकडाउन के दौरान सभी तरह के स्कूल बंद हैं, लेकिन सरकार की ओर से बार-बार यह निर्देश दिए गए हैं कि शिक्षकों का वेतन नहीं रोका जाए. दूसरी और स्कूल नहीं लगने के बावजूद छात्रों से फीस मांगने के मामले भी लगातार आते रहे हैं लेकिन स्कूल इस मामले में ऑनलाइन कक्षाएं भी लगा रहे हैं. ऐसे में झुंझुनू के निजी शिक्षकों ने ऑनलाइन कक्षाएं लगाने और राज्य सरकार के निर्देशों के बावजूद उनको वेतन नहीं देने का मामला उठाया है और जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर अपनी मांगे रखी.
ऑनलाइन क्लासेस ली पर वेतन नहीं
जिला मुख्यालय के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए ज्ञापन सौंपा. प्राइवेट स्कूलों में कार्यरत कुछ शिक्षकों ने छात्रों की ऑनलाइन क्लासेज ली थी जिनका भी वेतन अभी तक शिक्षकों को नहीं मिल पाया है, और 2019 का 1 माह का वेतन भी शिक्षकों का विद्यालय में जमा है लेकिन शिक्षकों को नहीं दिया जा रहा है.
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पहले का वेतन भी है, बकाया
जिलाध्यक्ष निजी शिक्षक संघ श्याम पारीक ने बताया कि शिक्षकों का दिसंबर 2020 से वेतन बकाया है. स्कूलों में कार्यरत शिक्षक 20 जून 2020 तक कार्यरत थे और लोकडाउन लगने के बाद शिक्षकों ने घर से छात्रों की ऑनलाइन क्लासेज शुरू की जिनका भी वेतन अभी तक किसी को नहीं दिया गया है. लॉकडाउन की परिस्थितियों के बावजूद भी शिक्षकों को एक पैसा भी नहीं दिया गया है. आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. परिवार भुखमरी की कगार पर है इसी संदर्भ में शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.