खेतड़ी (झुंझुनू): प्रदेश भर में मिलावटखोरों के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत एसपी जेसी शर्मा के निर्देशानुसार जिला स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए अलवर की प्रसिद्ध मिल्क केक के नाम से नकली मिल्क केक बनाने की एक फैक्ट्री पकड़ी है.
टीम के प्रभारी सीआई संजय शर्मा और वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि पथाना रोड पर पुरानी चौकी के सामने एक मकान किराए पर लेकर वहां पर नकली मिल्क केक और पनीर बनाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है. जिस पर टीम ने मंगलवार शाम को मकान में दबिश दी. मौके पर वहां 3 नाबालिग काम करते हुए मिले और मौके से बड़ी मात्रा में नकली मिल्क बनाने का सामान भी मिला. साथ की मिल्ककेक पैक करने लिए रखे हुए खाली डब्बे भी मिले. जिन पर 'मेड इन अलवर मिल्क केक' लिखा हुआ था. पुलिस ने तीनों नाबालिगों को निरुद्ध किया है और फैक्ट्री मालिक की तलाश शुरू कर दी है.
जानकारी में सामने आया है कि करीब छह महीने से यह फैक्ट्री यही संचालित की जा रही थी. लेकिन मौके से पुलिस को करीब एक महीने का हिसाब किताब मिला है. जिससे सामने आया है कि पचेरी कलां के इस फैक्ट्री में बना नकली मिल्क केक न केवल झुंझुनू जिले में, बल्कि हरियाणा के नारनौल तथा हिसार तक सप्लाई होता था. पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी और इस फैक्ट्री के मालिक की तलाश कर रही है.
शशिकांत शर्मा और प्रदीप डागर ने खोजी फैक्ट्री
जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई में जिला स्पेशल टीम के कांस्टेबल शशिकांत शर्मा और प्रदीप डागर की अहम भूमिका रही. दरअसल शशिकांत शर्मा और प्रदीप डागर ने मुखबिरों से संपर्क साधकर इस फैक्ट्री के इनपुट जुटाए और पूरी जानकारी एकत्रित करने के बाद अपने उच्चाधिकारियों से बात साझा करते हुए कार्रवाई का प्लान बनाया. हालांकि इस कार्रवाई में फैक्ट्री मालिक और मुख्य आरोपी मौके पर नहीं मिले हैं, लेकिन अभियान के तहत नकली मिल्क बनाने की फैक्ट्री पकड़ना पुलिस की बड़ी उपलब्धि है.
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अलवर के रहने वाले हैं बच्चे
मौके पर मिले तीनों नाबालिग अलवर के खैरथल थाने के इस्लामपुर गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं. जिनसे पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि यह मकान पचेरी कलां के रहने वाले गोपी कुमावत का है. जिससे भी पुलिस पूछताछ करेगी.
एक महीने में 467 किलो मिल्क केक सप्लाई
पुलिस को मौके पर हिसाब-किताब भी मिला है, जिससे सामने आया है कि करीब एक महीने में अकेले हिसार में पचेरी कलां से 4 क्विंटल 67 किलो नकली मिल्क केक सप्लाई किया गया है. इसके अलावा हरियाणा के नारनौल के अलावा झुंझुनू जिले के सभी प्रमुख कस्बों और गांवों में भी भारी मात्रा में मिल्क केक सप्लाई किया गया है. जिनकी डिटेल पुलिस के पास लगभग आ गई है. अब यहां से नकली मिल्क केक खरीदने वाले पुलिस की रडार पर होंगे.
नकली पनीर बनाने की भी संभावना
पुलिस को आशंका थी कि यहां पर ना केवल अलवर का नकली मिल्क बनाया जाता था, बल्कि पनीर भी बनाया जाता था. हालांकि मौके पर ऐसा कुछ नहीं मिला है. फिर भी पुलिस इस एंगल से अपनी जांच कर रही है कि यहां पर मिल्क केक के अलावा और क्या-क्या बनता था.
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सूजी, दूध पाउडर और सोयाबिन तेल से बनाते थे मिल्क केक
मौके पर पुलिस को सूजी, दूध पाउडर, सोयाबिन तेल तथा असेंस मिला है. शुरूआती जानकारी में सामने आया है कि इन चारों चीजों को मिलाकर ही नकली मिल्क केक तैयार किया जाता था. जिसे बाद में मेड इन अलवर मिल्क केक लिखे कार्टुन में भरकर हरियाणा तक सप्लाई किया जाता था. वहीं एक केमिकल का ड्रम भी जब्त किया गया है.