झुंझुनू. जिले की गिनती राजस्थान के शिक्षित जिलों में से होती है, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का फायदा आम जन को नहीं मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर सत्यापन नहीं होने की दशा में गलत लोग भी इसका फायदा उठा रहे हैं. ऐसे में संभागीय आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वह इस तरह से सत्यापन करें कि बाद में किसी प्रकार का कोई सवाल ही नहीं पैदा हो.
पढ़ें- झुंझुनू: पुलिस ने विद्युत विभाग के चोरी हुए लाखों रुपए के वायर पकड़े
बनेगा पायलट प्रोजेक्ट
जिले की प्रत्येक पंचायत समिति में से 1 ग्राम पंचायत को पायलट प्रोजेक्ट के अनुसार लिया जाएगा. जिसमें योजना के तहत पेंशन धारी के स्तर पर दिए जाने वाले जीवित होने का प्रमाण पत्र की आवश्यकता के लिए नई व्यवस्था की जाएगी. इसमें पात्र व्यक्ति तक प्रशासन की ओर से पटवारी ग्रामसेवक या अन्य की ओर से सत्यापन किया जाएगा. ताकि मृत्यु वृद्धजनों की पहचान कर उनका नाम सूची से हटाने की व्यवस्था हो और पात्र व्यक्तियों को ही वास्तविक रुप से लाभ मिल सके.